WICCI ने की नेशनल कॉन्फ्रेंस, इंदिरा बैनर्जी बोली- महिलाओं को समान अधिकार देने वाले कानून बनना चाहिए

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Indore News : युथ एंड कम्युनिटी एम्पावरमेंट कॉउंसिल (YCEC), WICCI, मध्य प्रदेश की स्टेट प्रेसिडेंट, निवेदिता चौहान द्वारा और सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया अधिवक्ता, अभिनव मिश्रा के सहयोग से रविवार को इंदौर में नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम नेशनल कमिशन फॉर वीमेन, गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया से एफिलिएटेड हैं। कार्यक्रम में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक पैनल डिस्कशन हुआ। इसके बाद दोपहर 2:30 बजे से शाम पांच बजे तक वेलेडिक्टरी सेरेमनी हुई।

दो पैनल डिस्कशन में 14 पेनालिस्ट शामिल हुए, जिसमें निवेदिता चौहान ने पेनालिस से बातचीत की और वहां मौजूद लोगों ने भी अपने सवाल पूछे। वेलेडिक्टरी सेरेमनी की मुख्य अतिथि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन रही। इंदौर हाई कोर्ट के जस्टिस और एडमिनिस्ट्रेटिव चीफ जस्टिस सुश्रुत अरविंद धर्माधिकारी भी कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में शामिल थे। सेरेमनी में बेस्ट रिसर्चर और प्रेजेंटेशन का सम्मान कर उन्हें कैश प्राइज दिया गया।

पहला पैनल डिस्कशन ‘फाइनेंशियल इंक्लूजन ऑफ वूमेन विषय पर चर्चा हुई। इसमें रिटायर्ड सुप्रीम कोर्ट जस्टिस इंदिरा बैनर्जी, दिल्ली हाई कोर्ट की सिटींग जस्टिस नीना बंसल कृष्णा, नेशनल कमीशन फॉर वूमेन की मेंबर श्रीमती ममता कुमारी, सीएएम की फॉर्मर पार्टनर गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया की स्टैंडिंग कॉउंसिल श्री राधिका दुबे, और अवॉर्ड विनिंग डायरेक्टर और राइटर डीवा शाह पैनल शामिल हुई।

इस दौरान सुप्रीम कोर्ट जस्टिस इंदिरा बैनर्जी ने कहा कि महिलाएं घर तक ही सीमित नहीं है। इसका मतलब ये नही है कि उन्हें खाना नही बनाना है या बच्चों को नहीं पालना है। यह मानसिकता बदलने की जरूरत है कि महिला और पुरुष का काम अलग अलग गई।

स्वामी विवेकानंद कहते थे कि महिलाएं और पुरुष एक ही पक्षी के दो पंख है। यदि महिलाएं पीछे रहेंगी तो राष्ट्र कभी आगे नहीं बढ़ सकेगा। उन्होंने आर्टिकल 14 पर ध्यान केंद्रित किया और कहा कि देश में ऐसे कानून बनाना चाहिए जो महिलाओं को समानता मिल सकें। सुप्रीम कोर्ट में आज भी महिलाओं की हिस्सेदारी बहुत कम है। दिल्ली हाई कोर्ट की सिटींग जस्टिस नीना बंसल कृष्णा ने कहा कि पिछले 30 सालों में निचली न्यायपालिकाओं में स्थिति सुधरी है। इनमें महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।

दूसरे पैनल डिस्कशन में पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित अंतर्राष्ट्रीय एक्टिविस्ट और एकैडमिशियन पैम राजपूत, दिल्ली हाई कोर्ट की सिटींग जस्टिस रेखा पल्ली , एमपी की आईपीएस और स्पेशल डीजीपी अनुराधा शंकर, एनसीडबल्यू की चेयरपर्सन रेखा शर्मा, टीवी नेटवर्क और इंडिया टुडे की सीनियर जर्नलिस्ट, अदिति नारायणनन, फीनिक्स लीगल पार्टनर नेहा नाइक , सिंधिया कन्या विद्यालय, ग्वालियर की प्रिंसिपल एवं श्रीमती सुषमा स्वराज स्त्री शक्ति सम्मान 2022 से सम्मानित निशि मिश्रा,चीनू काला-फाउंडर रुबान्स ने हिस्सा लिया। इस पैनल में ’ ‘इक्वल पे फॉर मेन एंड वूमेन’ विषय पर चर्चा हुई।

इस कॉन्फ्रेंस का संचालन फीनिक्स लीगल, ट्रिनिटी चैम्बर्स, चैंबर्स ऑफ़ योगेश हेमनानी एंड मोनिशा कस्तूरी, जूस कॉरपस, केआईएए एलएलपी, रायसीना हाउस, इकोबे और ग्रीनहाउस नर्सरी द्वारा किया गया।