आज कल लोग काम को लेकर अक्सर खाना-पीना भूल जाते है। इससे उन्हें कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है। कई बार ठीक से खान पान पर ध्यान नहीं देने की वजह से शरीर में कमजोरी मेहसूस होने लगती है और बीमार पड़ जाते है। आज की बात करें तो अक्सर कम उम्र में ही कई प्रकार के रोग जैसे -जोड़ों में दर्द, गठिया रोग ऐसे कई समस्याएं शरीर में होने लगती है जिसके बारे में हम कभी सोच भी नहीं सकते है। अधिकतर लोगों में कम उम्र में ही जोड़ों में दर्द होने लगता है। यह एक ऐसी समस्या है जो इंसान को बुढ़ापे में होती है। आइए इस बात विचार करते है…..
अधिकतर लोगों में 30 की उम्र के बाद जोड़ों में दर्द होना आम बात हो जाती है। पहले से गलत लाइफस्टाइल के कारण बाद में हमे ही परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही कई प्रकार ऑयली फूड्स और फास्ट फूड खाने से शरीर में फेट जमा हो जाता है जो मोटापे को बड़वा देता है। लेकिन हम कुछ आयुर्वेदिक सिद्धांतों और स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर जोड़ों के दर्द से काफी राहत मिल सकती है।
नियमित व्यायाम करने से जोड़ों को लुब्रिकेटेड और लचीला रखकर उनके स्वास्थ्य को सही बनाए रखने में मदद मिलती है। चीनी का अधिक सेवन शरीर में सूजन का कारण बन सकते है और इससे जोड़ों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। आधुनिक कार्य करते समय काफी लम्बे समय तक बैठना होता है, जो जोड़ों को सहारा देने वाली मांसपेशियों को कमजोर करता है और अकड़न का कारण बनता है। इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप पानी लाइफ स्टाइल में बदलाव करें।