उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, यह एक चर्चा का विषय बना हुआ है। समाजवादी पार्टी में इसे लेकर मंथन जारी है। पीडीए के तहत ही अखिलेश यादवकिसी विधायक को विरोधी दल का नेता बना सकते हैं। कहा जा रहा है की नेता प्रतिपक्ष यादव बिरादरी से नहीं होगा।
समाजवादी पार्टी के लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद यूपी में अखिलेश यादव का मनोबल बढ़ गया। इस चुनाव में उनका पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक (PDA) का फॉर्मूला काम कर गया, जिससे सपा के खाते में 37 सीटें आईं। उनकी नजर अब यूपी विधानसभा उपचुनाव पर टिकी हैं, लेकिन उससे पहले उनके सामने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुनने की बड़ी चुनौती है। अखिलेश को अब खुद का ‘उत्तराधिकारी चुनना है। देखना ये है की वो अपना उत्तराधिकारी किसे बनाते हैं।
वर्त्तमान में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली हो गया है। इसके लिए शिवपाल यादव, इंद्रजीत सरोज, राम अचल राजभर और माता प्रसाद पांडेय के नामों की चर्चा चल रही है। हालाँकि इन नामों में से अखिलेश यादव यह तय करेंगे की कौन नेता प्रतिपक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार है। बता दें की अखिलेश यादव के साथ बेंगलुरु में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में रामअचल राजभर भी नजर आए थे। ऐसे में यह अनुमान भी लगाए जा रहे हैं की रामअचल राजभर को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है।