कौन हैं वाराणसी से PM मोदी को टक्कर देने वाली किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी ? 5 भाषाओं में करतीं हैं भागवत कथा

ravigoswami
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लोकसभा 2024 के लिए चुनावी बिगुल बज चुका है। ऐसे में सभी पार्टियों के उम्मीदवारों सहित बड़े बड़े नेता प्रचार में जुटे हुए है। हर साल के चुनाव की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश का वाराणसी हॉट सीट बना हुआ है। इस चुनाव में पीएम मोदी को टक्कर देने के लिए महामंडलेश्वर हिमांगी सखी मैदान में उतरीं है। जो कि काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें बीते 27 मार्च को भारत हिंदू महासभा नें 20 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी. इसमें वाराणसी संसदीय क्षेत्र से किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी का भी नाम शामिल था.

कौन हैं महामंडलेश्वर हिमांगी सखी?
बता दें हिमांगी सखी किन्नर महामंडलेश्‍वर हैं. वह काफी विद्वान मानीं जातीं हैं, जोकि 5 भाषाओं पंजाबी, गुजराती, हिंदी, अंग्रेजी और मराठी में भागवत कथा सुनाने के लिए मशहूर हैं. इतना ही नही हिमांगी सखी भारत के अलावा बैंकाक, सिंगापुर और मॉरिशस आदि जगह पर भागवत कथा सुना चुकी हैं.

वहीं चुनाव लड़ने को लेकर हिमांगी सखी ने कहा कि वह किन्नरों के हक के लिए मैदान में उतरी हैं. उन्होने कहा कि आज भी किन्नर समाज भीख मांगकर या तो फिर वेश्यावृत्ति से जुड़कर अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए मजबूर है। किन्नरो के पक्ष में बात करतें हुए कहा कि विधानसभा में किन्नरों के लिए सीटे आरक्षित हो और किन्नर समाज भी अपनी बात रख सके. हालांकि वह पहले कभी चुनाव नहीं लड़ी है.

आपको बता दें हिमांगी अक्सर किन्नर समाज के लिए अपनी आवाज बुलंद करती रहती हैं. उनकी मां पंजाबी थीं और उनके पिता गुजराती थे. हिमांगी का बचपन महाराष्ट्र में बिता लेकिन माता-पिता का निधन के बाद वृंदावन पहुंचीं और वहां शास्त्रों का अध्ययन शुरू किया।

गौरतलब है कि वाराणसी सीट काफी चर्चा में रहती है। 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां से चुनाव लड़े थे। हालांकि वह इसके अलावा गुजरात के वड़ोदरा से भी चुने गऐ थे। बाद में अहमदाबाद वह की सीट छोड़ दिए । 2014 के चुनाव में उनके सामने अरविंद केजरीवाल टक्कर देने के लिए उतरे थे। लेकिन उन्हे हार का सामना करना पड़ा था।