महिला लेखन के नाम पर क्या लिखा जा रहा है यह भी देखना चाहिए – लेखिका डॉ नूतन पांडे

Share on:

साहित्य समागम के अंतिम सत्र में दिल्ली की लेखिका डॉ नूतन पांडे(Dr. Nutan Pandey) ने कहा कि आज की महिलाएं बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है आज महिलाएं लिख रही हैं लेकिन उन्हें अपने दायरे से ऊपर उठकर लिखना होगा जो कुछ अच्छा लिखा जा रहा है उसकी सराहना की जानी चाहिए। हालांकि आजकल महिला लेखन को दैहिक स्पर्श के साथ जोड़ा जा रहा है लेकिन इसका कोई स्थाई महत्व नहीं है यह सिर्फ सनसनी है ऐसी रचनाएं हमें भटका रही है।

Read More : Khatron Ke Khiladi 12 में एंट्री से पहले Shivangi Joshi का देसी लुक वायरल

हम क्या लिख रहे हैं यह भी हमें देखना चाहिए उन्होंने कहा कि महिला लेखन को आलोचना से नहीं डरना चाहिए हालांकि आज लेखन के विषय बदल गए हैं आज की पीढ़ी को सुखद माहौल मिल रहा है उन्होंने कहा कि महिला और पुरुष में कहीं द्वंद नहीं है उन्हें अलग-अलग नहीं नहीं करना चाहिए।

Read More : Vegetable Price : 5 रुपए किलो मिल रही ये सब्जी, भिंडी, तोरई, करेला, लौकी, टमाटर भी हुए सस्ते, देखे रेट

न्यूज़ पोर्टल घमासान डॉट कॉम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से साहित्य और समाज के क्षेत्र में जागरूकता आ रही है आने वाले समय में अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम नए कीर्तिमान स्थापित करेगा और इस कार्यक्रम की गूंज पूरे विश्व में होगी।