पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला : अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लैट पर छापे में हाथ लगा खजाना, टॉयलेट में छिपा रखे थे करोड़ों

Shivani Rathore
Published on:

पश्चिम बंगाल (West Bengal) में शिक्षक भर्ती घोटाले में लगातार प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्यवाही जारी है। इसके अंतर्गत कार्यवाही करते हुए ममता बैनर्जी के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उसकी सहयोगी बंगाली फिल्मों की अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी को ED के द्वारा गिरफ्तार किया गया था। अर्पिता मुखर्जी के घर पर इस दौरान छापा मारा गया जिसमें 21 करोड़ रुपए नगद और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे जिनमें एक काली डायरी भी थी।

Also Read-राजस्थान : हनुमानगढ़ में गौहत्या से आक्रोश, इंटरनेट बंद और कई क्षेत्रों में लगा कर्फ्यू

काली डायरी ने उगले राज, अर्पिता के एक और फ्लेट पर छापा

जानकारी के अनुसार अर्पिता मुखर्जी के घर से छापे के दौरान जब्त की गई काली डायरी में उपलब्ध महत्त्वपूर्ण जानकारियों के आधार पर अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लेट पर छापा मारा गया। जानकारी के अनुसार इस छापे में ईडी के द्वारा इतनी काली दौलत जब्त की गई है जिसका हिसाब लगाने में ईडी टीम को 10 घंटे के करीब समय लगा जबकि तीन नोट गिनने वाली मशीन लगाईं गई थी । जानकारी के अनुसार इस छापे में ईडी ने लगभग 29 करोड़ केश और करीब 5 किलो सोना जब्त किया है। ईडी की जानकारी के अनुसार जब्त की गई अधिकतम रकम फ्लेट के टॉयलेट से बरामद हुई है।

Also Read-ब्रेकफास्ट में इडली सांभर और लंच में चिकन तंदूरी खा कर जारी है निलंबित सांसदों का आंदोलन, संसद परिसर में कर रहे हैं 50 घंटे का प्रदर्शन

शिक्षक भर्ती में धाँधली का है मामला

पश्चिम बंगाल में शिक्षा विभाग में आर्थिक घोटाले के मामले पाए गए थे । जिसमें शिक्षकों की भर्ती में लेन-देन और सांठगांठ के आरोप सामने आए , जिसके माध्यम से अयोग्यों को नौकरी और योग्यों को निराशा हाथ लगी थी । यह घोटाला ममता बैनर्जी की सरकार में पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) के शिक्षा मंत्री रहते हुए घटित हुआ था। इस आरोप में ईडी ने कार्यवाही करते हुए पार्थ चटर्जी और उसकी सहयोगी माने जाने वाली बंगाली फिल्मों की अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया था।