देहरादून। देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) होने जा रहे है। वहीं चुनाव से पहले ही कई राज्यों में सियासी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में अब उत्तराखंड (Uttarakhand) से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि, आज पूर्व बीजेपी नेता हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) ने कांग्रेस (Harak Singh Rawat joined congress) का दामन थाम लिया है। एक और दिलचस्प बात यह है कि, हरक सिंह रावत के साथ उनकी पुत्रवधु अनुकृति गुसांई रावत भी कांग्रेस (Congress) में शामिल हो गई है। उल्लेखनीय है कि, नेता हरक सिंह रावत को पिछले हफ्ते बीजेपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया दिया था।
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हालांकि इसके पीछे की वजह हरक सिंह रावत के कांग्रेस से संपर्क में रहने के चलते की गई थी। जिसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) कांग्रेस में शामिल होंगे लेकिन, हरीश रावत (Harish Rawat) के विरोध के चलते उनकी कांग्रेस में वापसी टल रही थी। हालांकि इस सब के बाद आज उन्होंने कांग्रेस से हाथ मिला लिया है। वही नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह (Pritam Singh) से लेकर प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदिया का कहना है कि हरक सिंह रावत के पार्टी में शामिल होने से गढ़वाल क्षेत्र में कांग्रेस मजबूत होगी। हरक गढ़वाल की कई सीटों पर मजबूत पकड़ रखते हैं।
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हरक सिंह की वजह से गिरी थी हरीश रावत की सरकार
गौरतलब है कि, उत्तराखंड (Congress) में अक्सर ही सियासत को लेकर घमासान छिड़ा हुआ रहता है। वहीं आपको बता दें कि, एक समय ऐसा था जब हरक सिंह रावत ने हरीश रावत (Harish Rawat) की सरकार गिरा दी थी। यह मामला साल 2016 का है जब हरीश रावत की सरकार गिरी थी और उसका सबसे बड़ा सूत्रधार हरक सिंह को ही माना जाता है। यही वजह मानी जा रही है कि हरीश रावत हरक सिंह के विरोध में थे। साथ ही आपको बता दें कि, हरक का न केवल हरीश रावत बल्कि कांग्रेस के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता लगातार विरोध कर रहे थे।