आज सोमवार (26 फरवरी) को किसान आंदोलन का 14वां दिन है। देश में लगातार किसानों का आंदोलन जारी है। इसी बीच एक बड़ी खबर यह है कि दिल्ली-हरियाणा के कई बॉर्डर को अस्थाई रूप से चालू करने की तैयारी की जा रही है। क्यूंकि किसानों द्वारा दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टाल दिया गया है।
आज सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा यानी SKM ने पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला। यह मार्च किसानों के समर्थन में निकाला गया है। इसी के साथ किसानों ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) के पुतले भी फूंकें। इसके साथ किसान नेताओं ने केंद्र से बातचीत करने के भी संकेत दिए है।
किसान नेताओं ने दिए बड़े बयान:
किसान मजदूर मोर्चा यानी KMM के कोऑर्डिनेटर सरवण पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर कहा, ‘सरकार बॉर्डर और इंटरनेट खोलने का काम कर रही है। अब इस माहौल में सही से बातचीत हो सकेगी।’
इनके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा के प्रधान जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि सरकार किसानों को गोली मारने वालों पर कार्रवाई करे। पंजाब के अंदर घुसकर किसानों को उठाने, पीटने और ट्रैक्टर तोड़ने वालों पर भी कार्रवाई हो।
’29 फरवरी को अगले कदम पर फैसला लिया जाएगा’
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शनिवार को कहा था कि 27 फरवरी को किसान मजदूर मोर्चा, एसकेएम (गैर-राजनीतिक) देश भर के अपने सभी नेताओं की एक बैठक करेगा। 28 फरवरी को, दोनों मंच बैठेंगे और एक बैठक करेंगे। 29 फरवरी को अगले कदम पर फैसला लिया जाएगा।’