प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की आलोचना करते हुए उस पर रामनवमी समारोह को रोकने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होनें कहा कि “यह पहली रामनवमी है जब रामलला को अयोध्या में भव्य मंदिर में विराजमान किया गया है। मैं जानता हूं कि टीएमसी ने हमेशा की तरह यहां रामनवमी समारोह को रोकने की पूरी कोशिश की और कई साजिशें रचीं। लेकिन केवल सच्चाई की जीत होती है।
”मोदी ने कहा कि अदालत द्वारा अनुमति दी गई है और कल रामनवमी जुलूस पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ निकाला जाएगा। मैं इस अवसर पर बंगाल के अपने सभी भाइयों और बहनों को बधाई देता हूं। पीएम मोदी सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश का जिक्र कर रहे थे, जिसने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) को हावड़ा शहर में रामनवमी पर जुलूस आयोजित करने की अनुमति दी थी, साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ शर्तें भी लगाई थीं कि कार्यक्रम बिना तनाव के संपन्न हो।
बता दें न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता ने जुलूस की अनुमति देते हुए कहा कि कोई भी उत्तेजक नारे नहीं लगाए जाएंगे और बुधवार को पड़ने वाली रामनवमी के दिन इसे रास्ते में बिना रुके आगे बढ़ना होगा।ममता बनर्जी सरकार ने पिछले साल के जुलूस के दौरान अशांति को उजागर किया था। वहीं रामनवमी उत्सव टीएमसी और बीजेपी के लिए युद्ध का मैदान बन गया है। हाल के वर्षों में, राज्य में रामनवमी रैलियां सांप्रदायिक दंगों के कारण बड़े राजनीतिक मुद्दों में बदल गई हैं, दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर हिंसा का आरोप लगा रही हैं।