Tithi : आज है मार्गशीर्ष शुक्ल नवमी तिथि, रखें इन बातों का ध्यान

Pinal Patidar
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आज रविवार, मार्गशीर्ष शुक्ल नवमी तिथि है। आज उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र, “आनन्द” नाम संवत् 2078 है।
( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)

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-आज कल्पादि नन्दा नवमी तिथि है। नन्दिनी नवमी भी है।
-दुर्लभं मानुषं जन्म प्रार्थ्यते त्रिदशैरपि।
तल्लब्ध्वा परलोकार्थं यत्नं कुर्याद् विचक्षण:।।
अर्थात् – मनुष्य का जन्म दुर्लभ है। देवता भी मानव जन्म लेने के लिए प्रार्थना करते हैं। अतः मानव जन्म पाकर विद्वान व्यक्ति परलोक सुधारने का यत्न करे।
-चरणामृत ग्रहण करते समय जो मन्त्र बोला जाता है, वह नारद पुराण के पूर्व भाग के अध्याय 37 के श्लोक 16 में उल्लेखित है।
-वर्तमान काल में क्या हो रहा है और भविष्य में क्या होगा? उसका विस्तार से नारद पुराण पूर्व भाग के 40 व 41 वें अध्याय में स्पष्ट वर्णन किया गया है।
-बदरिकाश्रम का एक नाम विशालापुरी भी है।
-माता – पिता की मृत्यु पर गरुड़ पुराण का श्रवण कर विषुव योग में ब्राह्मण को दो हंस प्रतिमाओं के साथ गरुड़ पुराण दान करने का विशेष महत्त्व है।
-गरुड़ पुराण के पूर्व खण्ड में रोग नाशक विष्णु कवच एवं गरुड़ कवच का भी उल्लेख है।
-श्रीमद् भागवत में 18 हजार श्लोक है, जबकि तार्क्ष्य – कल्प की कथा सहित गरुड़ पुराण में 19 हजार श्लोक हैं।

विजय अड़ीचवाल