मध्यप्रदेश वासियों को व्यथित कर गया ये समाचार…महिलाओं के लिए अलग से शराब दुकानें खोलेगी सरकार…क्या अब यही देखना और बाकि रह गया था…महिला सशक्तिकरण का कोई पैगाम हालांकि रह गया था…लाडली बहने अब फिर सरकार का एक नया उपहार पाएगी…पुरुषों की तरह अब वे भी लाइन में लगकर मदिरालय से लाएगी…हम कहाँ जा रहे हैं…भावी पीढ़ी को क्या दिखा रहे हैं…राजस्व के लोभ में नशा बेच रहे हैं…पहले ही युवा बेरोकटोक चिलम खेंच रहे हैं…
युवाओं में बढ़ते पब कल्चर ने वैसे भी कुछ लड़कियों को टुन्न कर दिया…व्यसन की लत में लगा ऐसा इंजेक्शन कि पूरा जहां सुन्न कर दिया…पंचसितारा होटलों का आचरण अब चरण पकड़कर जमीन पर आ रहा है…इंदौर , भोपाल , जबलपुर , ग्वालियर की महिलाओं को मदिरा पिला रहा है…मेट्रो सिटी का जश्न मनाने वालों को पहला दंश अब ये मिलने वाला है…पियक्कड़ों की फौज का चेहरा फिर खिलने वाला है…प्रदेश में अब जोर शोर से वाइन फेस्टिवल का आयोजन होगा…झूम झूम कर धूम मचाने वालों के लिये कुछ हटकर प्रयोजन होगा…अपराधों की श्रृंखला में अब नारी शक्ति भी शामिल होगी…पीकर वे भी चाकू छुरे चलाने के काबिल होगी…आधुनिकता की अंधी आंधी में हम बह रहे हैं…
अपने आप को अंग्रेजों की अंग्रेजी संतान कह रहे हैं…देशी नहीं विदेशी कहलाने में गर्व होगा…विदेशी मदिरा का भी अब होली जैसा पर्व होगा…क्या सरकार कंगाली दूर करने के उपाय खोज रही है…नेताओं की तो हर फैसलों के प्रभाव पर मौज रही है…जनता ही बेचारी नादान है जो समझ नहीं पाती है…डिस्पोजल और नमकीन लेकर झट कलाली पहुँच जाती है…ऐसा भी क्या रुपया कमाना सरकार जो जन जन को कर दे लाचार…नशे को फैलाने के बजाय उससे मुक्त समाज के उत्थान का खोजो उपचार…शराब बेचकर जुटाया राजस्व तुमको विकास नहीं विनाश देगा…सड़क पर घूमती हुई महिलाओं की भी नशेड़ी ज़िन्दा लाश देगा…शराबी फ़िल्म के किरदार अमिताभ की अदाओं का बोलबाला हो जाएगा…
बन्द कमरे में हो रहा उसको तो रोक नहीं पा रहे अब तो सड़कों पर ही मूँह काला हो जाएगा…नशा करके जो जुल्म पुरुष ढाते रहे हैं जिनको तुम रोक नहीं पाते हो…महिलाएं उससे भी एक घड़ी आगे निकल जाए यही तो तुम चाहते हो…तेंतीस प्रतिशत आरक्षण की तुम्हारी सोच से ऐसा हुआ महिला सम्मान…शराब की खुली बिक्री से मिलने वाले धन में ही फंसी है तुम्हारी जान…अहाते तो बन्द है मगर एकांत के अनेक अहातेनुमा स्थान चालू हैं…नए फरमान से गृहिणियां भी अब कहलाएगी बड़ी ही लजालू है…अपनी सोच का दायरा बदलो सरकार…विकास की योजनाओं से करो परोपकार…तत्काल धन हासिल करने का ये हथियार…एक दिन कर देगा पूरे प्रदेश को बीमार…जागो मोहन प्यारे सारा कुरुक्षेत्र ही मयशाला बन रहा है…मध्यप्रदेश का चप्पा चप्पा शीघ्र ही बच्चन की मधुशाला बन रहा है…