केंद्र सरकार द्वारा गोमांस पर जीएसटी को शून्य करने और राज्य सरकार द्वारा अंतरराज्यीय परिवहन पर कर में छूट देने के फैसले को लेकर कांग्रेस ने तीव्र आपत्ति जताई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि यह कदम सीधे तौर पर गोमांस के निर्यात को बढ़ावा देने का प्रयास है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि सत्ता से बाहर होने पर पार्टी गोमाता के नाम पर राजनीतिक लाभ उठाती है, लेकिन सत्ता में आने के बाद गाय के मांस के निर्यात को प्राथमिकता देती है। पटवारी ने इसे भाजपा का दोहरा रवैया बताया और स्पष्ट किया कि कांग्रेस गोमाता की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। इस फैसले के विरोध में पार्टी 26 और 27 सितंबर को प्रदेश भर में व्यापक आंदोलन करेगी।
भाजपा ने देशभर में भ्रष्टाचार का साम्राज्य कायम किया
पटवारी ने दावा किया कि भाजपा ने केवल मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में भ्रष्टाचार और लूट की राजनीति को बढ़ावा दिया है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि कोई भी ऐसा विभाग या मंत्रालय दिखाया जाए जहाँ बिना भ्रष्टाचार के काम हो रहा हो। पटवारी ने जोर देकर कहा कि भाजपा के शासनकाल में कोई भी मंत्री पूरी तरह ईमानदार नहीं है।
कांग्रेस ने उठाया गौमांस पर कर नीति का मुद्दा
पटवारी ने कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत अब दुनिया का सबसे बड़ा बीफ निर्यातक बन चुका है, और इसका सबसे बड़ा श्रेय भाजपा सरकार को जाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि जो पार्टी गोमाता की पूजा की बात करती है, वह गौमांस पर शून्य जीएसटी क्यों लागू करती है। उन्होंने यह भी बताया कि मध्य प्रदेश सरकार ने गोवंशीय पशुओं के मांस पर जीएसटी दरें पूरी तरह से शून्य कर दी हैं।
कांग्रेस करेगी प्रदर्शन
पटवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश में भ्रष्टाचार और गोमांस बिक्री को रोकने के लिए व्यापक आंदोलन चलाएगी। इस क्रम में 26 सितंबर को सभी जिलों और बाजारों में कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा की जीएसटी लूट और भ्रष्टाचार का असली चेहरा जनता के सामने लाएंगे। वहीं, 27 सितंबर को प्रदेश की सभी नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही सभी गोशालाओं का दौरा किया जाएगा और सड़क पर मौजूद गो माताओं को सुरक्षा के साथ कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचाया जाएगा। पटवारी ने कहा कि इस अभियान के माध्यम से नकली गोभक्तों का वास्तविक चेहरा उजागर किया जाएगा।