नई दिल्ली। दुनिया में अभी तक हमने कई लग्जरी कार देखी है। कई कार सोने से जड़ी भी पाई गई है, लेकिन अब हम आपको लकड़ी की एकमात्र कार के बारे में बताने जा रहे हैं,यह कार काफी लग्जरी होने के साथ ही शानदार फिचर्स के साथ लैस है। दरअसल इस लकड़ी की कार की नीलामी हाल ही में की गई है। इसकी कीमत जानकर आप भी दंग रह जाएंगे। इस कार को हर कोई पसंद कर रहा है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके पास लग्जरी सनरूफ वाली कार हो, ऐसे में इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है। जिस कंपनी ने इस कार को बनाया है अब वहां ऐसा मॉडल निकालने जा रही है जिसमें शानदार फीचर्स मिलेंगे।
हाल ही में नीलाम हुई ये शानदार कार
जैसा कि आप सभी जानते हैं इस समय बाजार में कई शानदार ब्रांड मौजूद है। इन वाहनों को कई नई तकनीक को से लैस किया गया है। इसी बीच हम आपको एक ऐसी कार के बारे में बताने जा रहे हैं जो पूरी तरह लकड़ी से बनी हुई है ।इस कार के बारे में अभी बहुत कम लोग जानते हैं लेकिन हम आपको इस कार की कीमत और फीचर्स दोनों के बारे में बता रहे हैं। आखिरकार इस कार में ऐसा क्या है जो हाल ही में नीलाम होने पर बहुत अधिक कीमत में बेची गई है।
जानिए लकड़ी की कार की क़ीमत
दरअसल Citroen 2 CV Wooden कार पूरी तरह लकड़ी से बनी हुई है। इस कार की नीलामी हाल ही में फ्रांस में की गई है। इस कार की भारतीय कीमत 1,85,43,630 रुपए है। इस कार ने दुनिया में सबसे अधिक कीमत में नीलाम होने का रिकॉर्ड भी बनाया है। इस कार की नीलामी टॉर्च के सेंट्रल सिटी में की गई थी। इस कार को खरीदने कई लोग पहुंचे थे जिनके चेहरे पर खुशी देखी गई थी।
नीलामी में इस चर्चित व्यक्ति ने खरीदी कार
इस कार को खरीदने वाले ज्यां पॉल फांवड का कहना था कि विश्व युद्ध के दौरान फ्रांसीसी क्लासिक के समान प्रसिद्ध घटना को याद के रूप में बरकरार रखने के लिए हुए लकड़ी से बनाया गया था ,लेकिन कुछ सालों बाद ही कार को पेरिस के कलेक्टर ने हथिया लिया था ।विंटेज फेयर ग्राउंड के म्यूजियम का मालिक भी है। इस कार को खरीदने के बाद उनके चेहरे पर काफी खुशी देखी गई। इस बात का जिक्र उन्होंने टेलीफोन पर पीएफपी से चर्चा में किया है।
इन लकड़ी से बनाई गई कार
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस कार को बनाने में कई तरह की लकड़ी का उपयोग हुआ था। इस कार का चेचिस सेब और नाशपाती के पेड़ की लकड़ी से बनाया था वही बूट और बोनट को चेरी की लकड़ी से बनाया गया था इसे बनाने में 5 साल करीब 5000 घंटे लगे थे 2011 में इसे बना कर तैयार किया था ।