इस दिवाली सोना खरीद में भारत ने चीन को पछाड़ा, बाजार में दिखा बंपर कारोबार, Vocal For Local ने दिखाया कमाल

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इस साल के त्योहारी सीजन में भारतीय सोने का बाजार जबरदस्त गतिविधियों का गवाह बन रहा है, जिसमें भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए सोने की खरीद में प्रमुख स्थान बनाया है। हाल ही में जारी वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई से सितंबर 2024 के बीच भारतीयों ने 248.3 टन सोना खरीदा, जो कि चीन में खरीदे गए सोने की मात्रा से 51 प्रतिशत अधिक है। भारतीय खरीदारों ने मुख्य रूप से सोना सिक्कों और बार के रूप में सोने की खरीदारी की है, और इस तिमाही में भारत में पीली धातु की मांग में साल दर साल 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

इसी दौरान, भारत के प्रमुख टेक और ई-कॉमर्स कंपनियों ने विज्ञापन राजस्व में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी की है। गूगल, मेटा, अमेज़न और फ्लिपकार्ट ने मिलकर 60,000 करोड़ रुपये से अधिक का विज्ञापन राजस्व अर्जित किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2023 में 55,053 करोड़ रुपये था।

भारतीय निवेशकों की संपत्ति भी पिछले वर्ष की दिवाली के मुकाबले बढ़ी है, अब यह 453 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। हालांकि शेयर बाजार की स्थितियों में कुछ निगेटिव संकेत दिख रहे हैं, फिर भी मोदी सरकार की स्थिरता, चुनावी गतिविधियां और अच्छा मानसून इसकी मुख्य वजह मानी जा रही हैं। कोटक सिक्योरिटीज के एमडी और सीईओ श्रीपाल शाह ने बताया कि भू-राजनीतिक चिंताओं के बावजूद भारत की वृहद आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत मिल रहे हैं।

एलएंडटी कंपनी एयरोस्पेस के क्षेत्र में विस्तार करने के लिए तत्पर है। यह कदम सरकार द्वारा अंतरिक्ष उद्योग को निजी कंपनियों के लिए खोलने की दिशा में उठाया गया है, जिसमें इसरो का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। चंद्रयान-3 और आदित्य-एल1 जैसे मिशनों की सफलता ने इस क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म दिया है।

एप्पल के सीईओ टिम कुक ने भारत में एप्पल के बढ़ते निर्माण और निर्यात पर खुशी जताई है, और उन्होंने चार नए स्टोर खोलने की घोषणा की है। कुक का कहना है कि भारत में उनके उत्पादों, जैसे आईफोन और आईपैड, का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की हालिया रिपोर्ट में भारत में टीबी के उपचार की कवरेज में सुधार की पुष्टि की गई है। 2023 में भारत में 12.2 लाख लोगों का सफल इलाज हुआ, जो पिछले साल के मुकाबले काफी अधिक है।

भारतीय आईपीओ बाजार ने भी नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। 2024 में अब तक 1.22 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए हैं, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है। इसमें अधिकांश राशि अगस्त से जुटाई गई थी, और नवंबर में कुछ प्रमुख आईपीओ का लक्ष्य 19,334 करोड़ रुपये जुटाना है।

अक्टूबर में घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 98,400 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया, जिससे भारतीय इक्विटी बाजार में तेजी आई। छोटे और मिडकैप शेयरों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है, जहां निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 सूचकांकों ने करीब 38 प्रतिशत का रिटर्न दिया। इस प्रकार, भारतीय बाजार में इस साल त्योहारी सीजन के दौरान गतिविधियां उत्साहजनक रही हैं, जिससे निवेशकों में सकारात्मकता देखी जा रही है।