भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को यहां तक लेन में सिर्फ मुकेश अंबानी की कहानी ही नहीं। इस शानदार सफर में कई अनकहे किरदारों का भी योगदान रहा है। आज हम आपको रिलायंस के तीसरे बेटे कहे जाने वाले आनंद जैन के बारे में बताएंगे, जिन्होंने धीरूभाई अंबानी और मुकेश अंबानी के साथ मिलकर इस विशाल साम्राज्य को खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
धीरूभाई अंबानी के मुंह बोले बेटे:
1981 में जब मुकेश अंबानी विदेश पढ़ाई करने गए थे, तब आनंद जैन ने धीरूभाई अंबानी का साथ दिया। रिलायंस उस समय अपने शुरुआती दौर में थी और आनंद जैन ने कंपनी को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई। मुकेश अंबानी के रिलायंस में शामिल होने से पहले भी आनंद जैन कंपनी के साथ काम कर रहे थे।
दोस्ती से बनी मजबूत साझेदारी:
बता दें कि, आनंद जैन और मुकेश अंबानी बचपन के दोस्त हैं और दोनों ने हिल ग्रेंज हाई स्कूल में साथ पढ़ाई की थी। यह दोस्ती धीरे-धीरे मजबूत व्यावसायिक साझेदारी में बदल गई। आनंद जैन रिलायंस के एडवाइजरी ग्रुप का हिस्सा रहे और उन्होंने कंपनी के कई महत्वपूर्ण फैसलों में अहम भूमिका निभाई।
मुकेश से लेकर आकाश तक के मेंटर:
आनंद जैन सिर्फ धीरूभाई अंबानी के ही नहीं, मुकेश अंबानी और उनके बेटे आकाश अंबानी के भी मेंटर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुकेश अंबानी कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले आनंद जैन से सलाह जरूर लेते हैं। रिलायंस के रियल एस्टेट और कैपिटल मार्केट में प्रवेश में आनंद जैन के अनुभव का अहम योगदान रहा। अभी वे आकाश अंबानी के साथ मिलकर रिलायंस जियो के कामकाज को देखते हैं।
ड्रीम 11 से भी है कनेक्शन:
क्या आप जानते हैं कि फैंटेसी गेम ड्रीम 11 का भी आनंद जैन से संबंध है? ड्रीम 11 के संस्थापक हर्ष जैन आनंद जैन के बेटे हैं।