मध्य और पूर्वी भारत में एक बार फिर से भारी बारिश की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है। इसका असर अगले तीन दिनों में खास तौर पर मध्य और पूर्वी भारत में दिखना शुरू होगा। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया, राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में भी निम्न दबाव क्षेत्र का प्रभाव रहेगा।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर 19 अगस्त से सामान्य से उत्तर में स्थानांतरित होने की संभावना बन रही है। आने वाले दो से तीन दिनों तक यह ऐसा ही रहेगा। इसके कारण दक्षिणी हिस्सों में भी हल्की बारिश के आसार नजर आ रहे हैं।
मध्य प्रदेश में बारिश लगभग थम सी गई है। तापमान में भी अच्छा-खासा उछाल हुआ है। संभावना जताई जा रही है कि अगले 48 घंटे बाद फिर मौसम में बदलाव आ सकता है। वर्षा की गतिविधि बढ़ने की संभावना बन रही है। अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि शहडोल, रीवा, जबलपुर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, चंबल, ग्वालियर एवं सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी किया है।