आवेदक के अनुसार उसके चाचा महेश पिता ग़ौरीशंकर राठौर के नाम की ज़मीन में नाम सुधार करवाना था जिसके लिए पहले वह नायब तहसीलदार फिर तहसीलदार से मिला किंतु उनके द्वारा कहा गया की इसके लिये वह पटवारी से मिले वही नाम सुधार करेगा जब आवेदक पटवारी विजय वसुनिया से मिला तो नाम सुधार करने के एवज़ में आरोपी पटवारी द्वारा 10, हज़ार रुपया रिश्वत की माँग की गई ,इस संबंध में फरियादी द्वारा कार्यालय पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर में शिकायत की गई थी।सत्यापन उपरांत आरोपी पटवारी विजय वसुनिया को फरियादी से प्रथम किस्त के रूप में आज दिनांक 12.10.2022 को रिश्वत राशि 4000 लेते हुए लोकायुक्त टीम इंदौर ने रंगे हाथों ट्रैप किया। भ्रा.नि.अ. धारा 7 के अन्तर्गत कार्यवाही अभी जारी है।
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