12 जुलाई को वक्री चाल चलते हुए कुंभ राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हुए शनि ग्रह अपनी स्थिति से विभिन्न राशिओं को प्रभावित करेंगे । जिन जातकों पर शनि की अढैया और साढ़ेसाती चल रही है वे इस राशि परिवर्तन से विशेष रूप में प्रभावित होंगे।
इन राशियों पर होगा विशेष प्रभाव
Read More : Maharashtra : SC का डिप्टी स्पीकर को नोटिस,11 जुलाई तक विधायकों की अयोग्यता नहीं होगी सिद्ध
वर्तमान में शनि ग्रह कुंभ राशि में स्थित है। जिससे 29 अप्रेल से लेकर अबतक कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर अढैया चल रही है। शनि ग्रह की वक्री चाल से कर्क और वृश्चिक राशि में अढैया से राहत मिलेगी ,साथ ही मिथुन और तुला राशि में फिर से अढैया की शुरआत हो जाएगी। कर्क और वृश्चिक राशि वालों के लिए शनिग्रह का ये राशि परिवर्तन विशेष लाभदायक सिद्ध होने वाला है। इस दौरान उनकी सभी मनोकामनाऐं पूर्ण होने , कार्यों में सफलता , रुका पैसा मिलने ,शारीरिक मानसिक व्याधियों से मुक्ति आदि के विशेष योग बनेंगे।
इस प्रकार करें शनि देव को प्रसन्न
Read More : Amitabh Bachchan ने Abhishekh को कर दिया सम्पति से बाहर, किसी और को चुन लिया अपना वारिस
सूर्यास्त से पहले उठकर स्नानादि क्रिया के बाद पीपल वृक्ष पर जल चढ़ाएं ,उसके पश्चात शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल में लोहे की कील डालकर शनि महराज को अर्पित करें । शनिवार के दिन घर में शनि यंत्र की स्थापना करें और प्रतिदिन यंत्र का विधिविधान से पूजन करें । शनिवार के दिन काले देसी चने भोग शनिदेव को लगाकर जरूरतमंदों में वितरित करें अथवा भेंसे या घोड़े को खिलाएं। इस दौरान पूर्ण सात्विकता का पालन करें , मांसाहार-मदिरापान से परहेज करें , असत्य व कड़वे वचन ना कहें। साथ ही ‘नीलांजनं समाभासं रविपुत्र यमाग्रजम। छायामार्तण्ड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम्’ तथा ‘ॐ शनिश्चराय नमः ‘ आदि शनि मंत्रों का जाप करें।