भारी बारिश की वजह से भोपाल में नदी और नाले उफान पर हैं। तालाब की जीवनदायिनी कुलांसी नदी में लगातार जलस्तर बढ़ता जा रहा है। जिसकी वजह से कुलांसी नदी का पानी बोरखेड़ी, कोडिया फंदा खुर्द समेत कई गांवों में घुसा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी आ जाने की वजह से हाल बदतर होते जा रहे हैं।लेकिन उनकी कोई सुनने वाला है। अभी तक उपसरपंच, एडीएम आकाश श्रीवास्तव कोई भी बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे है। इसके अलावा फंदा, पिपलिया, ईंटखेड़ी गांव में कुलांसी नदी का पानी मेन रोड पर 3 फुट ऊपर बह रहा है। वहीं, एसडीएम का कहना है कि एहतियातन एसडीआरएफ की टीम को तैनात करने के निर्देश दिए है। यह टीम हर परिस्थिति में रेस्क्यू के लिए तैयार रहेगी।
भोपाल शहर में लगातार हो रही बारिश से निचली बस्तियों में पानी भर गया है। पुराने भोपाल के नारियलखेड़ा क्षेत्र जलमग्न हो गया है। वार्ड 12 के प्रेमनगर समेत अनेक क्षेत्र प्रभावित हुए है। लोगों का आरोप है कि नगर निगम का जोन से लेकर वार्ड अमला बिल्कुल नदारद है। अधिकारियों और नवनिर्वाचित पार्षदों से संपर्क किया जा रहा है।सीहोर में भी लगातार हो रही भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर आ गए है। बारिश के चलते जीवनदायिनी सीवन नदी अपने उफान पर आ गई है। जिसके चलते कर्बला पुल जलमग्न हो गया है। पुल के ऊपर पानी आजाने से दर्जनों ग्रामों का सड़क संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। पुल के तीन चार फीट ऊपर से पानी बह रहा है। जिससे दो दर्जनों गांवों का सड़क संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। अवागमन बंद होने की वजह से लोगों को भारी परेशानियां उठानी पड़ रही है।
भोपाल में रात 8:30 बजे तक एक इंच से ज्यादा बारिश हुई। अधिक बारिश होने की वजह से बड़े तालाब का जलस्तर बढ़कर 1666.80 फीट पहुंच गया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री कैलाश सारंग ने निर्देश पर भदभदा डैम के गेट खोले गए। ताकि शहर में कहीं जलभराव की स्थिति न बन सके। शनिवार दोपहर एक बजे गेट नंबर पांच और छह को खोला गया। भोपाल की नवनिर्वाचित महापौर मालती राय भी इस दौरान मौजूद रहीं।सीहोर जिले के रेहटी में रात भर से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से जलमग्न हो गया है। मेन रोड पर कई फुट पानी भर गया है। साथ ही घरों और दुकानों में भी बारिश का पानी घुस गया है। बारिश के चलते नदी नाले उफान पर आ गए है। बारिश का पानी लोगों के घरों दुकानों में घुसने से लोगों को काफी नुकसान हुआ है।