इंदौर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नगर कार्यकारिणी और नगर निगम में एल्डरमैन पदों को लेकर कवायद शुरू कर दी है। पार्टी विधायकों ने नगर कार्यकारिणी के लिए 35 नामों की अनुशंसा की है, जबकि नगर निगम में एल्डरमैन नियुक्तियों के लिए 45 नामों का प्रस्ताव संगठन को सौंपा गया है। ये सभी नामांकन प्रदेश संगठन तक पहुंचाए जाएंगे, जहां अंतिम सूची पर मुहर लगेगी।
नेताओं को साथ लेने के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक
प्रदेश भाजपा ने इस बार नियुक्ति प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से हर जिले और नगर के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। इंदौर के लिए विवेक जोशी और आशुतोष तिवारी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। इन दोनों नेताओं ने पार्टी के स्थानीय नेताओं और विधायकों से वन-टू-वन चर्चा की और उनकी अनुशंसाएं लीं।
पर्यवेक्षकों की दिनभर बैठकें

पिछले रविवार को विवेक जोशी और आशुतोष तिवारी इंदौर पहुंचे थे। यहां उन्होंने भाजपा कार्यालय में दिनभर अलग-अलग बैठकों का आयोजन किया। इस दौरान इंदौर के विधायक, पूर्व विधायक, सांसद, पूर्व सांसद और वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे। चर्चाओं में नगर कार्यकारिणी का गठन, निगम-मंडल समितियों में नियुक्तियां और नगर निगम के 12 एल्डरमैन पदों पर संभावित नामों को लेकर चर्चा प्रमुख रही।
कांग्रेस से आए नेताओं ने भी दिए नाम
बीजेपी संगठन को इस बार अनुशंसाओं की लंबी सूची मिली है। दिलचस्प बात यह है कि केवल पुराने भाजपाई ही नहीं बल्कि कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं ने भी अपने समर्थकों के नाम शामिल करने की कोशिश की है। संगठन ने सभी को समान अवसर देते हुए पर्यवेक्षकों के माध्यम से उनकी राय जानी है। बैठक के दौरान शहर अध्यक्ष सुमित मिश्रा भी मौजूद रहे और उन्होंने पूरी प्रक्रिया पर नजर रखी।
पिछली बार से छोटी होगी कार्यकारिणी
इस बार भाजपा की नगर कार्यकारिणी पहले की तुलना में छोटी होगी। प्रदेश संगठन से मिली गाइडलाइन के अनुसार नगर कार्यकारिणी में अधिकतम 90 सदस्य होंगे। इसमें नगर अध्यक्ष सहित 8 उपाध्यक्ष, 3 महामंत्री, 8 मंत्री और 1 कोषाध्यक्ष शामिल होंगे। इससे पहले कार्यकारिणी का आकार बड़ा था, लेकिन इस बार संगठन अनुशासन और प्रबंधन को प्राथमिकता दे रहा है।
महिलाओं को मिलेगा बड़ा स्थान
नई कार्यकारिणी में महिलाओं की भागीदारी पर विशेष जोर दिया जा रहा है। गाइडलाइन के अनुसार, 90 सदस्यों वाली टीम में कम से कम 36 महिलाएं होंगी। इनमें से 6 सदस्य अनुसूचित जाति (अजा) और अनुसूचित जनजाति (अजजा) वर्ग से होंगी। पिछली कार्यकारिणी में यह संख्या केवल 18 थी। इसके अलावा नगर पदाधिकारियों में भी महिलाओं की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस बार 9 महिला पदाधिकारी होंगे, जिनमें 2 अजा-अजजा वर्ग से होंगी। पिछली बार पदाधिकारी स्तर पर केवल 6 महिलाएं शामिल थीं।
नामों पर बनी सहमति
सूत्रों का कहना है कि नगर कार्यकारिणी के अधिकांश नाम लगभग तय हो चुके हैं। हालांकि, कुछ नामों पर आपत्तियां भी दर्ज की गई हैं। इन्हें दूर करने और सर्वसम्मति से अंतिम सूची तैयार करने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश संगठन की गाइडलाइन के मुताबिक ही अंतिम संरचना तैयार होगी, जिसमें संतुलन, जातिगत प्रतिनिधित्व और महिलाओं की भागीदारी को प्रमुखता दी जाएगी।