इंदौर (Indore News) : “देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अमर शहीद क्रांतिकारी टंट्या मामा के अमूल्य बलिदान एवं देश भक्ति का भाव जन-जन तक पहुंचाने के लिए कलश यात्रा एवं टंट्या मामा स्मृति कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। हमारे प्रयास होने चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस आयोजन में अपनी सहभागिता निभाएं और जननायक टंट्या मामा के विचारों को अपने अंदर समाहित करें।”
गृह मंत्री एवं इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आज इन दिशा-निर्देशों के साथ इंदौर के पातालपानी में 4 दिसंबर 2021 को होने वाले टंट्या मामा स्मृति कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में सांसद श्री शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा, आईजी श्री हरिनारायण चारी मिश्रा, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, डीआईजी श्री मनीष कपूरिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्रभारी मंत्री डॉ मिश्रा ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि बलिदान दिवस के पर्व पर आयोजित किए जा रहे हैं इस भव्य कार्यक्रम में जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आगामी सप्ताह में नियमित रूप से विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाएं। उन्होंने संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा को निर्देश दिए कि जननायक टंट्या मामा को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे हैं इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे लोगों के खानपान, विश्राम एवं अन्य सभी मूलभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
उन्होंने आईजी श्री हरिनारायण चारी मिश्रा को निर्देश दिए कि रथयात्रा के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था का पूर्ण ध्यान रखा जाए एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त दल नियुक्त किया जाए। मंत्री डॉ मिश्रा ने कलेक्टर श्री मनीष सिंह को निर्देश दिए कि कार्यक्रम स्थल पर बस एवं अन्य माध्यम से आ रहे लोगों के लिए पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। मंत्री डॉ मिश्रा ने अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए टंट्या मामा स्मृति कार्यक्रम को पूरी गरिमा के साथ संपन्न कराने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
शहर के प्रमुख चौराहों पर आयोजित किए जाएंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम-सांसद श्री लालवानी
टंट्या मामा बलिदान दिवस पर आयोजित किए जा रहे हैं स्मृति कार्यक्रम की तैयारियों से मंत्री डॉ. मिश्रा को अवगत कराते हुए सांसद श्री लालवानी ने बताया कि 1 दिसंबर से इंदौर शहर के विभिन्न प्रमुख चौराहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाना प्रारंभ कर दिया जाएगा। 3 दिसंबर को इंदौर पहुंच रही कलश यात्रा के मार्ग पर इंदौर स्वागत के लिए तैयार रहेगा तथा शहर के लोग उसमें शामिल होकर टंट्या मामा को श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में निवास कर रहे वनवासी जन एवं छात्र-छात्राओं तथा युवाओं को कार्यक्रम स्थल तक ले जाने के लिए सभी व्यवस्था की जा चुकी हैं।
स्मृति कार्यक्रम में शामिल होंगे टंट्या मामा के वंशज – संभागायुक्त डॉ. शर्मा
संभागायुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा ने बताया कि कलश यात्रा एवं इंदौर में टंट्या मामा बलिदान दिवस पर आयोजित किए जा रहे हैं स्मृति कार्यक्रम में जननायक टंट्या मामा के वंशज भी शामिल होंगे। यात्रा के दौरान लोगों के रूकने एवं भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ डॉक्टर की टीम भी साथ में रहेगी।
उन्होंने बताया कि जननायक टंट्या मामा की जन्म स्थली बड़ोद अहीर से 27 नवंबर को कलश यात्रा निकाली जाएगी, जबकि सैलाना से 29 नवंबर को यात्रा शुरू होगी। दोनों यात्राएं इंदौर और उज्जैन संभाग के विभिन्न जिलों से होते हुए धार में 3 दिसंबर को आकर मिलेगी। जिसके बाद दोनों यात्राएं 4 दिसंबर को पातालपानी आएगी। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने बताया कि यात्रा की तैयारियों को लेकर उन्होंने संबंधित जिलों के कलेक्टरों से चर्चा की है और विभिन्न संगठनों से समन्वय कर रथ यात्रा हेतु आवंश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गई है।
पातालपानी में स्थापित की जाएगी जननायक टंट्या मामा की कांस्य की मूर्ति- कलेक्टर श्री सिंह
बैठक में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कार्यक्रम के आयोजन हेतु की जा रही तैयारियों का विस्तृत विवरण देते हुए बताया कि कलश यात्रा हेतु इंदौर में रथ बनाए जा रहे हैं। यह दोनों रथ रतलाम एवं खंडवा के लिए जल्द ही रवाना कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम स्थल की 2 किलोमीटर की परिधि में पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था कर ली गई है। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि पातालपानी में जननायक टंट्या मामा की कांस्य की मूर्ति स्थापित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि यहां के स्थानीय लोगों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था भी कर दी गई है। 3 दिसंबर को रथयात्रा धार रोड से राजवाड़ा पहुंचेगी जहां इसका इंदौर शहर वासियों द्वारा स्वागत सत्कार किया जाएगा तत्पश्चात यह रथयात्रा स्टेडियम पहुंचेगी जहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अमर क्रांतिकारी टंट्या मामा के व्यक्तित्व और कृतित्व को जन जन तक पहुंचाने के लिए जिले भर में 1 दिसंबर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शुरू कर दिया जाएगा।