जिला अयोध्या, उत्तर प्रदेश में स्थित फैजाबाद कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी एक पत्र के माध्यम से दी गई थी। इस आरोप में पुलिस ने कचहरी में ही मुंशी का काम करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। 2 जून को एक पत्र फैजाबाद के जिला जज को मिला था, जिसमें फैजाबाद कोर्ट में बम विस्फोट की धमकी दी गई थी। यह पत्र रजिस्टर्ड डाक के द्वारा प्राप्त हुआ था।
जिला जज ने धमकी भरा यह पत्र अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे को जानकारी देते हुए सौंपा। जिला अयोध्या के दौलतपुर थाना क्षेत्र के पूराकलंदर इलाके के निवासी राशिद अली वल्द याकूब अली का नाम पत्र भेजने वाले के रूप में लिखा है। ऐसे में पुलिस ने संबंधित पते पर दबिश दी और उक्त व्यक्ति को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की।
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कुछ और ही निकली कहानी
पुलिस द्वारा राशिद अली से सख्ती से पूछताछ के बावजूद राशिद अली ने यह धमकी भरा पत्र भेजना स्वीकार नहीं किया और खुद को बेकसूर बताता रहा। धीरे-धीरे अयोध्या पुलिस को भी उसकी बेगुनाही पर विश्वास हो गया, क्योंकि खुद के नाम से धमकी भरा पत्र जिला जज को भेजना पुलिस को भी अप्रासंगिक लगा।
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पुलिस ने इस मामले में अन्य दृष्टिकोणों से जाँच करते हुए, कचहरी के ही एक और मुंशी मोहम्मद वलीम को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और बताया कि उसने सहकर्मी राशिद अली को फंसाने के लिए ये पत्र जिला जज को रजिस्टर्ड डाक से भेजा था।
आपसी रंजिश के तहत किया अपराध, था पैसों का लेनदेन
गिरफ्तार अपराधी कचहरी मुंशी मोहम्मद वलीम से सख्ती से पूछताछ के बाद उसने बताया के मुंशी राशिद अली से उसका पैसों के लेनदेन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहां था। इसी आपसी रंजिश को लेकर मुंशी राशिद अली को धमकी के मामले में फंसाने के उदेश्य से उसने इस अपराध को अंजाम दिया। आरोपी मुंशी मोहम्मद वलीम को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।