नाबालिग बच्चों से जुड़ी शिकायतों के मामले में गंभीरता से कार्यवाही करने के लिए एवं गुम नाबालिग बच्चियों की शीघ्र पतारसी हेतु श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर जोन देहात श्री राकेश गुप्ता एवं पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर रेंज ग्रामीण श्री चन्द्रशेखर सोलंकी द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए थे।
उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक इन्दौर देहात श्री भगवत सिंह विरदे द्वारा गुम नाबालिग बच्चियों की दस्तयाबी हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के अनुक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देहात/महू श्री पुनीत गहलोत के मार्गदर्शन में एसडीओपी श्रीमती नीलम कन्नौज द्वारा दिए गए दिशा निर्देशानुसार कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना गौतमपुरा ने इंदौर के द्वारकापुरी इलाके से घर से बिना बताए गायब हुई एक बच्ची को ढूंढ कर उसके परिजनों से मिलाया गया।
गौतमपुरा पुलिस को सोमवार शाम को डायल 100 पर सूचना मिली कि एक नाबालिक 16 वर्षीय लड़की बस मे अकेले पितृ पर्वत से बैठकर गौतमपुरा आई है। यह सूचना जब डायल 100 स्टाफ द्वारा थाना प्रभारी को दी गई तब उस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए बच्ची को थाना पर लाया गया जिससे बातचीत कर उसके बारे मे जानकारी लेना चाही परन्तु बच्ची कोई भी जानकारी नही दे रही थी। इस बात की जानकारी वरिष्ठ आधिकारियों को दी गई एवं वायर लैस तथा डिजिटल माध्यम से सूचना इंदौर शहर व ग्रामीण थानो को दी गई।
उधर जब परिजन को बच्ची घर पर नहीं मिली तो उन्होंने तलाश शूरू की। काफी प्रयास के बाद भी जब कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्होंने द्वारिकापुरी पुलिस को इसकी जानकारी दी। नाबालिक बच्ची की गुमशुदगी का मामला होने पर पूर्व जानकारी के अनुसार परिजनो को बच्ची के थाना गौतमपुरा मे मिलने की जानकारी दी गई तो वे थाना गौतमपुरा पहुंचे। परिजन बच्ची को देख कर रोने लगे। उसे गले लगा कर प्यार और दुलार किया। बच्ची के सुरक्षित मिलने से उनके परिजन काफी खुश हुए पुलिस को धन्यवाद दिया कोचिंग नही जाने पर बच्ची के माता-पिता द्वारा डांटने से नाराज होकर बच्ची घर से चली जाना पिता द्वारा बतायागया।
बच्ची की दस्तयाबी मे थाना प्रभारी गौतमपुरा निरीक्षक भरत सिंह ठाकुर, प्रआर.मुक्ता प्रसाद, प्रआर. बलवंत, आर. भलसिंह, म.आर. आरती की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।