मोदी सरकार के इस बजट को चुनावी बजट कहां जा रहा है इसमें कोई दो राय भी नहीं है लेकिन भारत के विकास को मद्देनजर रखते हुए इस बजट में कई विशेषताएं हैं सबसे बड़ी बात महिलाओं के कल्याण के लिए जो बचत योजना चालू की गई है वह आने वाले समय में महिला सशक्तिकरण का कार्य करेगी एमएसएमई को जो एक पर्सेंट की ब्याज में छूट दी गई है वह भी स्वागत योग्य है इससे उत्पादन की लागत और सर्विस की लागत घटेगी जिसे आने वाले समय में प्रॉफिट बढ़ेगा.
देश की इकोनामी में वृद्धि होगी कृषि के कल्याण की योजनाओं में स्टार्टअप को जोड़ना स्वागत योग्य है किसानों के पुत्र खेती का कार्य नहीं करना चाहते हैं वह पिता के कंधे से कंधा मिलाकर खेती भी करेंगे फूड इंडस्ट्री लगाएंगे और स्टार्टअप चालू करेंगे जिससे देश की इकोनॉमी में अप्रत्याशित वृद्धि होगी भारत आज भी कृषि प्रधान देश है l गोवर्धन योजना के तहत 500 से ज्यादा ऊर्जा के प्लांट देशभर में चालू किए जा रहे हैं यह आत्मनिर्भर भारत बनाने की ओर बड़ा कदम है.
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रेलवे के लिए भी फंड आवंटित किया है जोकि ट्रांसपोर्टेशन के द्वारा उद्योग को फायदा देगा. मेक इन इंडिया के तहत कई प्रकार के नए इनिशिएटिव लिए गए हैं एवं करोना में जो कंपनियों को घाटा हुआ है उनके लिए भी रियायत दी गई है l डेरी उद्योग पशु संबंधित उद्योग में भी रियायत है जिससे निर्यात में भी बढ़ावा होगा और नए एस्पेक्ट खुलेंगे.
अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आयकर का स्लैब 7,00,000 किया गया है इससे बचत में खूब वृद्धि होगी लोग पैसे बचाएंगे भी और खर्चे भी खूब करेंगे जिससे मार्केट में लिक्विडिटी आएगी और अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ेगी विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था से सीधे दूसरे या तीसरे नंबर पर भारत के आने की संभावनाएं हैं पूरी दुनिया भारत को आशा की नजर से देख रही है विशेष रूप से एमएसएमई के द्वारा चाइना की प्रतिस्पर्धा से निपटा जा सकता है आज भी 100 billion-dollar का घाटा हमारे चाइनीस गुड्स के आयात पर हो रहा है उसे बैलेंस किया जा सकता है.
Source : PR
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