नई दिल्ली: महंगाई के इस जमाने में नागरिकों हेतु यह टेंशनभरी खबर ही होगी कि उन्हें जल्द ही बिजली के बिल का झटका भी लगने वाला है। यह झटका लगेगा बिजली के दाम में बढ़ोतरी के रूप में। अर्थात लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ आएगा और बढ़ती महंगाई में लोग परेशानी का सामना करेंगे।
मंत्रालय ने यह चाहा है
जानकारी मिली है कि केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय के अधिकारी यह चाहते है कि देश भर में विभिन्न स्तर पर कार्य करने वाली बिजली वितरण कंपनियां अब टैरिफ में बढ़ोतरी करे। यदि ऐसा होता है तो निश्चित ही आगामी दिनों में आने वाले बिजली के बिल में राशि बढ़ जाएगी।
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घाटे से उबराने के लिए बोझ
बताया गया है कि बिजली कंपनियां घाटे में चल रही है और इस घाटे से उबारने के लिए ही नागरिकों पर अतिरिक्त रूप से आर्थिक बोझ डालने की तैयारी हो रही है। जानकारी यह भी मिली है कि सरकारी विभागों का इतना अधिक बकाया हो जाता है कि बिजली कंपनियां घाटे में चली जाती है। इसके अलावा टैरिफ में खर्च नहीं जुड़ता या फिर जुड़ता भी है तो देरी से। सरकारी विभागों की स्थिति पर नजर डाले तो अभी तक कुल मिलाकर 59.489 करोड़ रूपए बकाया चल रहे है। सबसे ज्यादा स्थिति खराब है तो वह आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र की।
सब्सिडी का पैसा ही नहीं मिलता
यूं भले ही सरकार द्वारा ग्राहकों को विभिन्न श्रेणियों में सब्सिडी देने का ऐलान किया जाता रहा हो लेकिन असल स्थिति यह होती है कि लोगों को सब्सिडी का लाभ ही नहीं मिलता है। जबकि बिजली वितरण कंपनियों को उसी हिसाब से छूट वाली दर पर बिजली आपूर्ति का निर्देश मिलते है।