राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत आज से दो दिवसीय दौरे पर मध्य प्रदेश आ रहे हैं। उनका यह दौरा संगठनात्मक गतिविधियों, सांस्कृतिक दर्शन और स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ संवाद पर केंद्रित है। भागवत का यह दौरा दशहरे के समय हो रहा है, जब प्रदेशभर में धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम जोरों पर हैं। स्थानीय प्रशासन ने सभी कार्यक्रमों को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
मैहर में मां शारदा देवी मंदिर का दर्शन
दौरे की शुरुआत भागवत मैहर के प्रसिद्ध मां शारदा देवी मंदिर से करेंगे। यह मंदिर प्रमुख शक्ति पीठ के रूप में जाना जाता है और भक्तों के लिए आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र है। मोहन भागवत मंदिर में दर्शन करेंगे और पूजा-अर्चना में भाग लेंगे। उनका यह कदम धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ समाज में आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाने वाला माना जा रहा है।
सतना में प्रांत स्तरीय विस्तारक वर्ग को संबोधित
मंदिर दर्शन के बाद, भागवत सतना जिले के उतेली क्षेत्र में आयोजित प्रांत स्तरीय विस्तारक वर्ग को संबोधित करेंगे। इस वर्ग में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से आरएसएस के प्रचारक और स्वयंसेवक शामिल होंगे। यहां वे संगठन की भविष्य की योजनाओं, रणनीतियों और जनसंपर्क गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। यह कार्यक्रम संगठनात्मक मजबूती और स्वयंसेवकों के अनुभव साझा करने का मंच साबित होगा।
मेहरशाह दरबार साहिब का लोकार्पण
दूसरे दिन यानी 5 अक्टूबर को मोहन भागवत सतना के सिंधी कैंप स्थित बाबा मेहरशाह दरबार साहिब के लोकार्पण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। यह दरबार साहिब सिख समुदाय का प्रमुख धार्मिक स्थल है और इसके उद्घाटन को सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक माना जा रहा है। इसके बाद, भागवत बीटीआई ग्राउंड में आयोजित एक विशाल सभा को संबोधित करेंगे। इस सभा में हजारों स्वयंसेवक और आमजन शामिल होने की संभावना है। उनके भाषणों से न केवल संगठन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाले जाने की उम्मीद है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी चर्चा तेज होने की संभावना है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
भागवत के दौरे के दौरान सतना और मैहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिला कलेक्टर सतना ने बताया कि सभी कार्यक्रमों पर पुलिस नजर रखेगी और ट्रैफिक डायवर्जन तथा पार्किंग की व्यवस्था व्यवस्थित तरीके से की गई है। पिछले दौरों की तरह, इस बार भी भागवत के भाषणों और गतिविधियों को लेकर सोशल मीडिया पर तीव्र चर्चाएं होने की संभावना जताई जा रही है।