मुंबई के धारावी में एक धार्मिक स्थल के अनधिकृत हिस्से को तोड़ने के चलते विवाद उत्पन्न हो गया है। नगर निगम की टीम ने शनिवार सुबह इस कार्रवाई के लिए क्षेत्र में पहुंची, जिसके बाद स्थानीय नागरिकों ने इसका जोरदार विरोध शुरू कर दिया।
प्रदर्शन और अराजकता
अनधिकृत निर्माण को तोड़ने के खिलाफ सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम की गाड़ियों पर हमला किया, जिससे कई गाड़ियों के शीशे टूट गए। इससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई और पुलिस को मौके पर बल बढ़ाना पड़ा।
पुलिस की कार्रवाई
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत शुरू की है, ताकि कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके। भीड़ के द्वारा अराजकता फैलाने के कारण पुलिस ने सुरक्षा के उपायों को और मजबूत किया है।
सांसद का बयान
इस विवाद के संदर्भ में सांसद वर्षा गायकवाड ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से संपर्क किया है। सांसद ने इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है और राज्य प्रशासन से मामले की गंभीरता को समझने का आग्रह किया है।
नगर निगम की कार्रवाई में रुकावट
प्रदर्शनकारियों के विरोध के चलते नगर निगम की टीम ने तत्काल कार्रवाई रोक दी है। अधिकारियों ने समझा कि स्थिति और बिगड़ सकती है, इसीलिए उन्होंने अपनी कार्रवाई को स्थगित करने का निर्णय लिया।
यातायात की स्थिति
धारावी में प्रदर्शन के कारण कई सड़कें जाम हो गई थीं। हालांकि, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत के बाद सड़क के एक हिस्से को यातायात के लिए खोलने का प्रयास किया है। इस समय पुलिस नागरिकों से बातचीत कर रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है।
अनधिकृत निर्माण का इतिहास
यह धार्मिक स्थल वर्षों से अनधिकृत निर्माण के लिए विवादित रहा है। नागरिकों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई उनके धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन करती है। इसी कारण से विरोध बढ़ रहा है, और नागरिक अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।
धारावी में इस विवाद के चलते स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस दोनों ही स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत हैं, जबकि नागरिक अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं।