Tandoor Ban: मध्यप्रदेश में अब नहीं बंद होंगे तंदूर, जनता के सामने झुका प्रशासन

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MP News: मध्यप्रदेश को अपनी खूबसूरती के साथ ही स्वाद की राजधानी के रूप में भी जाना जाता है। बता दें कि यहां पर जो खाने का टेस्ट मिलता है ऐसा टेस्ट आपको शायद ही मध्यप्रदेश के बाहर मिल पाए? इस वजह से लोग यहां पर आते हैं और यहां के स्वाद की काफी तारीफ करते हैं। मध्यप्रदेश में ज्यादातर रेस्तरां, होटल और ढाबों का संचालन होता है, जिनमें तंदूर का बड़ी मात्रा में उपयोग किया जाता है।

लेकिन हाल ही में खबर आई थी कि खाद्य विभाग ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए तंदूर पर रोक लगा दी लेकिन अब एक बार तंदूर से जुड़ी खबर सामने आई है। इसमें बताया जा रहा है अब तंदूर से रोक हटा दी गई है और लोगों को एक बार फिर तंदूरी रोटी खाने का आनंद मिलता रहेगा। इस विषय में जानकारी देते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव ने कहा है कि सुरक्षा प्रशासन द्वारा किसी भी होटल और रेस्टोरेंट को तंदूर बंद करने को लेकर किसी भी तरह का कोई नोटिस जारी नहीं किया गया हैं।

इस विषय में जानकारी देते हुए आगे उन्होंने बताया कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए होटल और रेस्टोरेंट और ढाबा संचालकों को कम से कम मात्रा में कोयला और लकड़ी के उपयोग की सलाह जरूर दी गई थी ना कि प्रतिबंध करने की और यह बाद तकरीबन 20 से 22 दिन पुरानी है। बता दें कि कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि प्रदेश के 4 बड़े शहरों में तंदूर पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिसके बाद तंदूर की रोटी खाने वालों को एक बड़ा झटका लगा था।

लेकिन अब यह स्पष्टीकरण सामने आने के बाद एक बार फिर तंदूर का मजा सभी प्रदेश वासी ले सकेंगे। बताया जा रहा है कि जिस तरह से तंदूर प्रवीण को लेकर जानकारी सामने आई थी इसके बाद जनता के बीच में काफी नाराजगी देखने को मिली ऐसे में प्रशासन को भी जनता के सामने झुकना पड़ा और अपने फैसले को वापस लेना पड़ा है।

वहीं इस विषय में खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव द्वारा इंटरव्यू के दौरान जबलपुर में पर्यावरण से जुड़ी एक बैठक में संभाग का योग द्वारा तंदूर पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसको लेकर 500 से ज्यादा होटल रेस्टोरेंट मालिकों को नोटिस जारी किया गया था। हालांकि शादियों का दौर चल रहा है जिसमें ज्यादातर तंदूर की रोटी खाना लोग पसंद करते हैं ऐसे में यह फरमान सामने आने के बाद लोगों में नाराजगी देखने को मिली थी। लेकिन अब सरकार ने अपना फैसला वापस कर दिया है।