rahat indori
‘धैवत द बैंड’ ने किया राहत साहब के अल्फाज़ों को ताजा करने का प्रयास
× इंदौर। कोरोना के चलते हमने हालही में देश के चहिते शायर राहत इंदौरी की खो दिया। लेकिन उनकी शायरी हमारे दिलों में बस्ती है, और राहत इंदौरी हमारे दिलों
खिदमत के जज्बे से लबरेज थे राहत इंदौरी
× अखिल राज हमसे पूछो के गजल मांगती है कितना लहू, सब समझते हैं ये धंधा बड़े आराम का है। ये राहत इंदौरी का एक मकबूल शेर है। इसमें वे
‘हम तो उसकी दुनिया में बाजार करने आये हैं!
× गौरीशंकर दुबेे बात 1981 की है। मालवा मिल के मजदूरों के ज्यादातर बच्चे यशवंत निवास रोड पर मालवा मिल सरकारी स्कूल में पढ़ते थे। स्कूल दो से पांच बजे
सम्मान से नहीं चंदे से डरते थे…राहत !
× राजेश राठौर राहत इंदौरी के सम्मान की बात दो-तीन साल से चल रही थी। जब भी उनसे बात होती थी, तो वो हंसकर टाल देते थे, उनको समझाने की
जिस्म के गौतम से क्या उम्मीद, कब घर छोड़ दे
× हिदायतउल्ला खान राहत इंदौरी जब रंग से खेला करते थे, तब भी उनके पास कई दोस्त थे, लेकिन अब ज्यादा नहीं हैं। जो हैं उनमें इंदौर के हीरानंद दानीवर
मुल्कों की तरह लोगों के दिल जीते हैं
× हिदायतउल्लाह खान अस्पताल पहुंचने से पहले राहत इंदौरी ने शायर अल्ताफ जिया को फोन लगाया था और शेर सुनाया- तमाम शहर ने की मेरी मग़फिऱत की दुआ…मुझे भी मौत
चेहरे की राजनीति?
× शशिकांत गुप्ते कोई भी शख़्स खुद का चेहरा स्वयं नहीं देख पाता है।चेहरा देखने के लिए दर्पण की आवश्यकता होती है। फिल्मों में चेहरे पर बहुत से गीत लिखे
जब छात्र राहत ने प्रसिद्ध शायर जानिसार अख्तर के सामने ग़ज़ल पढ़ने की बात कही
× वर्षा मिर्जा राहत इंदौरी जब नवीं कक्षा में नूतन हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ते थे, तब स्कूल में एक मुशायरा हुआ। राहत की ड्यूटी शायरों की खिदमत करने के
अभी-अभी, मैं शायर बदनाम
× प्रदीप शर्मा कल शाम से ही मैं आहत हूं ! आज मैं राहत का जिक्र नहीं करना चाहता,क्योंकि कल से ही चारों और राहत राहत का शोर मचा है,राहत
एक कलंदर जो हर दिल अजीज रहा…अलविदा राहत इंदौरी
× राजेश ज्वेल राहत इंदौरी को मैं शायरों का अमिताभ बच्चन कहता रहा हूं, क्योंकि उनकी शायरी में एंग्रीयंगमैन जैसे ही तेवर ही नजर आते थे… राजनीति पर उनकी शायरी
आसान थे इंदौर के राहत
× इंदौर: किस्सा तब का है जब मैं और शहर के जाने-माने पत्रकार हिदायतुल्लाह खान जश्न ए राहत का अरमान लिए डॉ राहत इंदौरी के घर पहुंचे हालांकि उनके बेटे
मरने से पहले जीना सीख ले
× याद-ए-राहत/जयराम शुक्ल मुन्नाभाई एमबीबीएस.. हाँ 2003 में रिलीज राजकुमार हिरानी की यह फिल्म शायद हममें से सभी ने देखी होगी…। एक टपोरी (संजयदत्त) की बिंदास सहजता सबको नम कर
हैंडपम्प पर कपड़े धोए, सुखाए और फिर पहन लिए
× राजेश राठौर राहत साहब के बारे में लिखना बेहद कठिन इसलिए है कि उनके व्यक्तित्व के जो रग है किसी एक कैनवास पर समेटे जाना मुश्किल है। लाजवाब शायर
मुख्यमंत्री चौहान ने शायर राहत इंदौरी के निधन पर शोक व्यक्त किया
× इंदौर 11 अगस्त, 2020 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रसिद्ध शायर राहत इंदौरी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अपनी शायरी से
घर से ये सोच के निकला हूँ कि मर जाना है
× राहत इंदौरी की प्रसिद्ध ग़ज़ल अब कोई राह दिखा दे कि किधर जाना है। जिस्म से साथ निभाने की मत उम्मीद रखो, इस मुसाफ़िर को तो रस्ते में ठहर
साइनबोर्ड पेंटर से टॉप सांग राइटर तक राहत इंदौरी
× नवीन शर्मा कोई व्यक्ति अपनी मेहनत, प्रतिभा और हौसले से अपनी हैसियत कैसे बदल सकता है उसका एक बेहतरीन उदाहरण गीतकार डॉ. राहत इंदौरी हैं। वे एक साइनबोर्ड पेंटर
राहत साहब के उस्ताद कहे जाने वाले तारिक शाहीन ने राहत साहब को ऐसे याद किया
× हमारे परम मित्र जनाब तारिक़ शाहिन साहब जिन्हें राहत साहब अपने उस्ताद के दर्ज़े से नवाज़ते थे, उन्ही तारिक़ शाहिन साहब की मशहूर शायर राहत इन्दौरी साहब को श्रद्धांजलि
जो सिर्फ नाम के राहत नहीं
× अमित मंडलोई कोई 10 साल पुरानी बात है, इंदौर में एक बड़ा कवि सम्मेलन कम मुशायरा होने वाला था। देश के बड़े शायर और कवि मंच पर आने वाले
रूह को राहत देने वाला शायर रुखसत हुआ
× इंदौर: मशहूर शायर राहत इंदौरी नहीं रहे, उन्हें निमोनिया के बाद कोरोना भी हुआ था; कार्डिएक अरेस्ट आने के बाद उन्हें बचाया नहीं जा सका। इंदौर मशहूर शायर राहत
इंदौर के नूतन स्कूल के विद्यार्थी रहे राहत साहब
× 1जनवरी 1950 में कपड़ा मिल के कर्मचारी रफ्तुल्लाह कुरैशी और मकबूल उन निशा बेगम के यहाँ हुआ। वे उन दोनों की चौथी संतान हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा नूतन स्कूल