अंतर्राष्ट्रीय बाजार (International Market) में जारी आर्थिक मंदी और भारतीय घरेलू बाजार पर पड़ते उसके असर से शेयर बाजार में उथल-पुथल मची है। डॉलर (Dollar) के मुकाबले गिरती भारतीय करंसी ‘रुपया’ की वजह से देश की कई नामी कंपनियां निवेशकों को ख़ुशी नहीं दे पा रही हैं, वहीं शेयर बाजार के अनुभवियों के अनुसार गिरता रुपया भी निवेश के नए अवसर और भविष्य में लाभ पहुँचाने वाला साबित हो सकता है । पिडिलाइट, एचयूएल, गोदरेज कंज्यूमर और एशियन पेंट्स आदि कंपनियां मजबूत स्थिति में दिख रही है ।
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जानकारों की नजर में बैंक और ऑटो मोबाईल सेक्टर में निवेश है सुरक्षित
शेयर बाजार के अनुभवी जानकारों के अनुसार बैंकिंग और ऑटो मोबाईल सेक्टर में निवेश अन्य सेक्टर्स में निवेश से फ़िलहाल बेहतर साबित हो सकता है। जिसका की अधिकतम बिजनेस और कमाई अमेरिकी डॉलर में होता है वह आईटी सेक्टर भी बैंकिंग और आटोमोबाइल सेक्टर की तुलना में विशेषज्ञों को कम ही विश्वसनीय लग रहा है।
एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंकों पर है विशेष भरोसा
बैंकिंग सेक्टर में एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंकों पर शेयर बाजार के विशेष जानकारों का विशेष विश्वास है की इस अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंदी में भी यह बैंकें निवेशकों को भविष्य में अच्छा फायदा दे सकती है। इसके साथ ही बैंक ऑफ़ बड़ोदा, फेडरल बैंक और केनरा बैंक पर भी निवेशकों को फायदा पहुंचाने का विश्वास शेयर बाजार के पुराने जानकारों को है। बैंकिग सेक्टर के शेयर्स में निवेश सुरक्षित होने के साथ ही फायदा देने वाला भी है ।