सिवनी। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सिवनी (Seoni) में 2 आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया था. बता दें कि 2 सप्ताह पहले गौ मांस बेचने की शंका के चलते मोब लिंचिंग में 2 आदिवासियों को मौत के घाट उतार दिया गया था. जिसे लेकर अब सरकार एक्शन मोड में दिखाई दे रही है. राज्य शासन की ओर से एसपी को हटाने के साथ ही विशेष जांच दल यानी एसआईटी (SIT) को घटना की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. घटना की गंभीरता को देखते हुए 2 पुलिस थानों के स्टाफ को पूरी तरीके से बदल दिया गया है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Sing Chouhan) ने दोनों आदिवासियों की मृत्यु पर दुख जताते हुए घटना की जांच एसआईटी के द्वारा कराने का फैसला लेते हुए तुरंत ही एसआईटी टीम गठित कर जांच कर रिपोर्ट सौंपने की जिम्मेदारी दी है. शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज बैठक की और पिछले दिनों सिवनी में हुई जनजाति साथियों की मृत्यु की दुखद खबर सुनने के बाद पूरे प्रकरण की समीक्षा करते हुए मामले की जांच एसआईटी को सौंपने के निर्देश दे दिए गए हैं.
बता दें कि इस पूरे मामले की गाज सिवनी एसपी कुमार प्रतीक पर गिरी है, जिसके चलते उन्हें पद से हटा दिया गया है. यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए हैं. ट्वीट के जरिए भी मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घटना क्षेत्र के पुलिस थाना खुरई और चौकी बादलपारा के पूरे स्टाफ और सिवनी एसपी को तुरंत हटा दिया जाए. इन सभी को हटाकर दूसरे पुलिसकर्मियों की पदस्थापना करने के आदेश मुख्यमंत्री शिवराज ने दिए हैं.