शैल्बी हॉस्पिटल ने नेशनल ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ और वर्ल्ड आर्थराइटिस के उपलक्ष्य में किया पिंकेथॉन का आयोजन

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इंदौर, 12 अक्टूबर 2023। अक्टूबर का पूरा महीना स्वास्थ्य को समर्पित होता है, जिसमें वर्ल्ड आर्थराइटिस डे, ऑस्टियोपोरोसिस डे, स्ट्रोक्स डे जैसे दिवस मनाए जाते हैं, यहाँ तक कि हर साल अक्टूबर का पूरा महीना ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के तौर पर मनाया जाता है। आर्थराइटिस और ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए इंदौर के शैल्बी मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल ने गुरुवार, 12 अक्टूबर 2023 को मेघदूत गार्डन में पिंकेथॉन का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य इन बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करना और उन्हें इनके प्रति सावधान रहने का सन्देश देना था। शैल्बी हॉस्पिटल, इंदौर एरोबिक्स एंड जुम्बा क्लब एवं सीनियर सिटिजन ग्रुप के सहयोग से सुबह 6 बजे शुरू हुई इस पिंकेथॉन शैल्बी हॉस्पिटल से डॉ अनुरेश जैन, डॉ विवेश जोशी, डॉ अनीश गर्ग, डॉ आकाश तिवारी, डॉ निमेश दाहिमा, डॉ एस पी श्रीवास्तव के साथ सहयोगी संस्थाओं के सदस्य एवं शैल्बी एकेडमी के बच्चों ने भी हिस्सा लिया।

शैल्बी हॉस्पिटल के कैंसर विशेषज्ञ ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ नयन गुप्ता ने बताया, “ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं को होने वाली सबसे गंभीर समस्याओं में से एक है। बीते कुछ सालों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़े हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ एवं मासिक धर्म समाप्त होने पर स्तन कैंसर का खतरा बढ़ता है। इसके मुख्य लक्षणों में स्तन में गांठ या उभार का होना, स्तन की त्वचा का रंग लाल हो जाना, पूरे स्तन में या कुछ भाग में सूजन आना, स्तन में गुठलियां जैसी पड़ना, स्तन में से खून अथवा मवाद का आना, स्तन के आकार में अचानक परिवर्तन होना, स्तन के पास कांख में ग्रंथियों का फूल जाना आदि प्रमुख लक्षण हैं। इस पिंकेथॉन का उद्देश्य है कि महिलाओं को सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जा सके ताकि वे समय रहते इसके लक्षणों को पहचान कर इससे अपनी सुरक्षा कर सके।”

शैल्बी हॉस्पिटल के जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ अनीश गर्ग ने कहा, “हर साल दुनियाभर में 12 अक्टूबर को विश्व आर्थराइटिस दिवस मनाया जाता है। इस साल आर्थराइटिस डे की थीम ‘लिविंग विथ एन आरएमडी डिसीज एट आल स्टेजेस ऑफ़ लाइफ’ है ताकि लोगों को रूमेटिक और मस्कुलोस्केलेटल रोग (आरएमडी) रोगों के साथ जीवन के हर पढ़ाव पर सावधानी के साथ जीने के लिए प्रेरित किया जा सके। जोड़ों की सूजन जब बढ़ जाती है, तो इसे आर्थराइटिस कहा जाता है। यह पैर या हाथों की उंगलियों के जॉइंट को प्रभावित कर सकती है। आर्थराइटिस के मुख्य लक्षण जोड़ों में दर्द और अकड़न हैं, जो आमतौर पर उम्र के साथ बिगड़ते जाते हैं। आर्थराइटिस के सबसे आम प्रकार ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटाइड आर्थराइटिस हैं।

अगर किसी व्यक्ति को जोड़ों में दर्द होना, सूजन और सेंसिटिविटी, जोड़ों में अकड़न, कूल्हे या घुटने में सेन्सेशन होना, कमर दर्द और हाथों और पैरों में दर्द या जकड़न जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह लेने की आवश्यकता है। इसके बचने के लिए वजन में स्थिरता रखें , अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित करें, स्ट्रेचिंग करें, किसी भी तरह की चोट से बचें, खुद को हाइड्रेटेड रखें और साथ ही विटामिन D का सेवन करते रहें।”