कांग्रेस ने शाजापुर जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह बंटी को चुनाव में प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाने के आरोप में पद से हटा दिया है। साथ ही उन्हें सात दिनों के अंदर जवाब देने के लिए नोटिस भी जारी किया गया है। अगर वे संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं तो पार्टी उन्हें निष्कासित भी कर सकती है।
आरोपों पर पार्टी ने कदम उठाया: योगेंद्र सिंह बंटी, जो कांग्रेस के शाजापुर जिला के अध्यक्ष थे, दरअसल उन्होंने चुनाव में प्रत्याशी रामवीर सिकरवार के खिलाफ आपत्ति जताते हुए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन भी किया था। जानकारी के अनुसार अब उनकी इस आपत्ति के बाद पार्टी ने उन्हें पद से हटा दिया है।
अनुशासनहीनता का आरोप: आरोप है कि उन्होंने अपने समर्थकों को भाजपा की सदस्यता भी दिलवाई और प्रत्याशी रामवीर सिकरवार ने इसकी शिकायत भी की थी। जानकारी के मुताबिक इसके आधार पर ही कांग्रेस ने उन्हें जिलाध्यक्ष पद से हटाया है।
वहीं मामले में जानकारी देते हुए कांग्रेस के प्रदेश संगठन प्रभारी ने बताया कि अनुशासनहीनता के मामले में योगेंद्र सिंह बंटी को पद से हटाया गया है और उनसे जवाब मांगा गया है। जवाब के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।