शनि को न्याय और कर्मफल का देवता माना जाता है। शनि को प्रसन्न करके व्यक्ति जीवन के कष्टों को कम कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि जब भी कभी ग्रहों में किसी तरह का कोई बदलाव होता है तो इसका सीधा असर हमारी राशि पर पड़ता है। जिस वजह से कुंडली पर शनि बैठ जातें हैं और ऐसे में व्यक्ति के जीवन में दुख भी आ सकते हैं तो खुशियां भी आ सकती हैं।
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार शनि के नाराज होने से व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर पड़ता है। शनिदेव प्रसन्न होते हैं तो बिगड़े हुए काम बन जाते हैं और सफलता भी प्राप्त होती है। वहीं पांच राशियों पर फिलहाल शनि की महादशा चल रही है। जहां धनु, मकर और कुंभ राशि के जातकों पर शनि का साढ़े साती चल रही है तो वहीं मिथुन और तुला राशि के जातकों पर ढैय्या चल रही है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार न्याय के देवता शनि की जिस भी व्यक्ति पर टेढ़ी नजर पड़ जाए, उसका सब कुछ बर्बाद हो जाता है, लेकिन अगर शनि देव की कृपा हो जाए तो व्यक्ति रंक से भी राजा बन जाता है। शनि के बुरे प्रभाव से व्यक्ति को व्यापार, नौकरी से लेकर वैवाहिक जीवन तक में दिक्कतें आने लगती हैं। लेकिन अगर शनि मजबूत स्थिति में हैं तो इससे लोगों के सामने सफलता के रास्ते खुलते हैं।
कार्तिक मास में पड़ने वाले शनिवार शनि की महादशा से छुटकारा पाने के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण माने जाते हैं। माह के दूसरे शनिवार में कुछ विशेष उपाय करने से जिन लोगों पर महादशा चल रही है, उन्हें राहत मिल सकती है।
क्या ना करें:
जिन लोगों पर शनि की महादशा चल रही है, उन्हें अहंकार से दूर रहना चाहिए। बिल्कुल भी क्रोध नहीं करना चाहिए। जो लोग मेहनती हैं, उनका सम्मान करना चाहिए। किसी को भी धोखा ना दें। लालच और बुरे कामों को करने से बचें। नशा करने से बचें और गलत संगत में ना पड़ें।