मुंबई। चुनाव आयोग ने शिवसेना (Shivsena) का नाम और निशान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के गुट के नाम कर दिया है। शिवसेना का चुनाव चिन्ह और पार्टी का नाम छिनने के बाद भाजपा और शिंदे गुट पर उद्धव गुट के हमले लगातार जारी हैं। एक तरफ जहां शिंदे गुट खुशी से समा नहीं रहा है। वहीं उद्धव गुट और उनके नेता चुनाव आयोग के साथ-साथ केंद्र सरकार को कोस रहे हैं।
उद्धव गुट के प्रमुख नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी से नाम और निशान छीनने के लिए दो हजार करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। संजय राउत ने कहा कि यह एक बहुत बड़ा षड़यंत्र था। संजय राउत ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह हासिल करने के लिए 2 हजार करोड़ रुपए की भारी-भरकम डील हुई है।
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शिवसेना चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएगी। चुनाव आयोग के निर्णय के विरुद्ध याचिका दाखिल करेगी। इस बीच, शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बड़ा आरोप लगाया है। अब उद्धव ठाकरे चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। ठाकरे ने रविवार को अपने घर मातोश्री में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है।
मुझे यकीन है…
चुनाव चिन्ह और नाम हासिल करने के लिए अब तक 2000 करोड़ के सौदे और लेन-देन हो चुके हैं…
यह प्रारंभिक आंकड़ा है और 100 फीसदी सच है..
जल्द ही कई बातों का खुलासा होगा.. देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था.@ECISVEEP @PMOIndia pic.twitter.com/qokcT3LkBC— Sanjay Raut (@rautsanjay61) February 19, 2023
उद्धव गुट के प्रमुख नेता संजय राउत ने कहा कि यह आंकड़ा 100 फीसदी सच है। जल्द ही कई बातों का खुलासा होगा। संजय रॉउट ने लिखा- मुझे यकीन है… चुनाव चिन्ह और नाम हासिल करने के लिए अब तक 2000 करोड़ के सौदे और लेन-देन हो चुके हैं… यह प्रारंभिक आंकड़ा है और 100 फीसदी सच है.. जल्द ही कई बातों का खुलासा होगा.. देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था।