रूस की ओर से बड़ा दावा सामने आया है जिसमें कहा गया है कि कोरोना के वेरिएंट ओमिक्रोन और XE पर स्पुतनिक-V और स्पुतनिक लाइट के साथ नेजल वैक्सीन प्रभावी है. यह बात रूस के गमलेया सेंटर के चीफ प्रोफेसर अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने कही है. उनका कहना है कि XE वैरिएंट BA.1 और BA.2 का मिला हुआ रूप है और स्पुतनिक में इन दोनों से लड़ने की क्षमता है.
बता दें कि ओमिक्रोन के वेरिएंट का मिश्रण यह स्ट्रैन इन दिनों दुनिया भर के देशों में सामने आ रहा है. इसकी ज्यादा जानकारी ना होने से यह कहना मुश्किल है कि आगे कितना खतरनाक हो सकता है.
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वहीं रूस के नेजल वैक्सीन की बात की जाए तो स्पुतनिक का नेजल वैक्सीन हाल ही में सामने आया था जब रूस ने इसकी घोषणा की थी. लंबे समय से इस वैक्सीन का ट्रायल चल रहा था अन्य देशों में भी इस पर काम चल रहा है लेकिन रूस ने सबसे पहले इस में सफलता हासिल की है. नेजल वैक्सीन को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि इससे कोरोना से लड़ना ज्यादा आसान हो जाएगा. बता दें कि नेजल वैक्सीन को नाक के जरिए दिया जाता है. किसी इंजेक्शन में सुई के जरिए दवाई भरकर बॉडी में लगाने की जगह ने नेजल वैक्सीन को एक स्प्रे की तरह किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकता है.
बता दें कि भारत में भी नेजल वैक्सीन बनाया जा रहा है. इस वैक्सीन को भारत बायोटेक और वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन मिलकर तैयार कर रहे हैं. नेजल वैक्सीन बनाए जाने की जद्दोजहद हर देश में इसलिए की जा रही है क्योंकि इंजेक्शन वाली वैक्सीन की तुलना में यह देने में भी आसान है और ज्यादा असरकारी भी है.