इंदौर। आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा अमृत योजना फेस 2.0(AMRUT Scheme Phase 2.0) के संबंध में सीटी बस आफिस में बैठक ली गई। बैठक में अपर आयुक्त भव्या मित्तल, संदीप सोनी, कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव, अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, सुनिल गुप्ता, कंसलटेंट फर्म के प्रतिनिधि व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि मान. प्रधानमंत्री द्वारा अक्टुबर 2021 में अमृत 2.0 लॉंच किया गया है, जिसके अंतर्गत शहरो में जल प्रदाय, सीवरेज नेटवर्क, तालाबो का संरक्षण, तालाबो का सौन्दर्यीकरण, वॉटर बॉडी आदि कार्य किये जाने है। जिसका उददेश्य सभी शहरो को वॉटर सिक्योर सीटी बनाने, पर्याप्त स्वच्छ पीने का पानी, सुचारू सीवरेज व्यवस्था, वॉटर बॉडीज का संरक्षण आदि का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा साफ पानी बॉडीज, ग्राउण्ड वॉटर लेवल बढाना व बनाये रखना तथा नॉन रेवेन्यु वॉटर को 20 प्रतिशत तक करना का लक्ष्यित किया गया है।
आयुक्त पाल द्वारा बैठक में जलप्रदाय तथा सीवरेज हेतु प्रारम्भिक प्रस्तावोे को प्रेजेटेंशन के माध्यम से देखा गया। इंदौर में वर्ष 2040 तक अनुमानित जनसंख्या 60 लाख के मान से जल प्रदाय के अंतर्गत लगभग 1200 एमएलडी पानी की आवश्यकता अनुमानित की गई है विदित हो कि वर्तमान में 540 एमएलडी पानी उपलब्ध है, अर्थात 660 एमएलडी पानी की अतिरिक्त आवश्यकता होगी, इसी प्रकार वर्ष 2055 तक अनुमानित जनसंख्या 92 लाख के मान से जल प्रदाय के अंतर्गत लगभग 1800 एमएलडी पानी की आवश्यकता अनुमानित की गई है।
आयुक्त पाल द्वारा शहर की जनसंख्या के मान से भविष्य में जलप्रदाय की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए, संबंधित अधिकारियो को डीपीआर बनाने के निर्देश दिये गये। साथ ही शहर की जनसंख्या व जलप्रदाय क्षमता को दृष्टिगत रखते हुए, जलप्रदाय के आधार पर ही सीवरेज, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सीवरेज नेटवर्क, तालाबो का संरक्षण तथा पानी का रियूज योजना बनाने हेतु भी संबंधितो को निर्देश दिये गये। इसके साथ ही सिरपुर तालाब, बिचौली हप्सी पुलिस लाईन के पास का तालाब, लिम्बोदी तालाब का जीर्णोद्धार करना तथा राला मंडल के पास पर्यटन को दृष्टिगत रखते हुए, सिटी फारेस्ट का संधारण करने हेतु भी योजना बनाने के निर्देश दिये गये।