Navpancham Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का गोचर बेहद खास माना जाता है। ग्रह और नक्षत्र जब राशि परिवर्तन करते हैं तो कई ग्रहों पर कई राशियों पर इसका असर देखने को मिलता है। वही ग्रह के सेनापति मंगल और ऐश्वर्य के कारक शुक्र का राशि परिवर्तन कई मामलों में खास होता है।
दोनों ही ग्रह एक निश्चित समय अंतराल पर राशि परिवर्तन करते हैं। जून में एक बार फिर से दोनों ग्रह मिलकर एक मंगलकारी राजयोग बनाने जा रहे हैं। दरअसल दोनों ग्रह एक दूसरे से 120 से डिग्री पर रहने वाले हैं। जिसके साथ ही वह नवपंचम राजयोग का निर्माण करेंगे।

नवपंचम राजयोग का निर्माण
बता दे की शुक्र को सुख वैभव ऐश्वर्य का कारक माना जाता है जबकि मंगल शक्ति ऊर्जा और वीरता के कारक होते हैं। ऐसे में शुक्र मंगल की राशि में मेष में विराजमान है और 7 जून को मंगल सूर्य की राशि सिंह में गोचर करेंगे। ऐसे में मंगल और शुक्र के मेल से नवपंचम राजयोग का निर्माण करेंगे।
नवपंचम राजयोग का असर तीन राशियों को विशेष रूप से फल देने वाला है। जब दो ग्रह दूसरे से त्रिकोण भाव में विराजमान रहते हैं और दोनों ग्रहों के बीच 120 डिग्री का कोण बनता है और एक ही तत्व राशि होती है, तब नव पंचम राजयोग का निर्माण होता है।
इन राशियों को मिलेगा लाभ
तुला राशि के लिए यह समय बेहद ही शुभ फलदायक साबित होने वाले है। घर परिवार का सहयोग मिलेगा। धन संबंधित समस्या समाप्त होगी। विदेश यात्रा की योग बन रहे है।शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे। घर में प्रॉपर्टी और वाहन खरीद सकते हैं।
कर्क राशि के लिए समय लकी साबित होने वाला है। चुनौतियां समाप्त होगी। आकस्मिक धन लाभ होगा। कोई प्लॉट फ्लैट खरीदने की इच्छा पूरी हो सकती है। तनाव से मुक्ति मिलेगी। नया व्यापार शुरू कर सकते हैं। सभी इच्छाएं पूरी होगी।
वृश्चिक राशि के लिए भी यह समय लाभकारी साबित होने वाला है। विवाह में आ रही अड़चन समाप्त होगी। व्यापार के लिए समय अनुकूल रहेगा। अटका हुआ धन वापस मिल सकता है। संगीत कला फिल्म फैशन आदि से जुड़े लोगों को लाभ मिल सकता है। भूमि भवन और प्रॉपर्टी संबंधित मामले में भी सफलता के योग है।
Note : यह अलग सामान्य जानकारी ज्योतिष पंचांग और धार्मिक ग्रंथो पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। इसके लिए अपने ज्योतिष आचार्य या पंडित से संपर्क अवश्य करें।