Shadashtak Yog : 7 जून को मंगल का गोचर हो रहा है। मंगल सिंह राशि में गोचर करने वाले है। वही मंगल सिंह राशि में गोचर करने के साथ ही शनि के साथ एक खतरनाक योग का निर्माण करेंगे। जिसका असर 28 जुलाई तक रहने वाला है।
ऐसे में मंगल सिंह की राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करने के साथ ही इस योग को भी समाप्त करेंगे। बता दे की वैदिक ज्योतिष में षडाष्टक योग तब बनता है, जब कुंडली में दो ग्रह एक दूसरे से छठे और आठवें भाव में मौजूद होते हैं

षडाष्टक योग को अशुभ योग की संज्ञा
ज्योतिष में षडाष्टक योग को अशुभ योग की संज्ञा दी गई है। इस योग के बने से जीवन में तनाव दुख और दुर्भाग्य सहित चिंता परेशानी में बढ़ोतरी होती है। ऐसे में ग्रह और योग के संयोजन से तीन राशियों को इन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मंगल के गोचर के साथ ही तीन राशियों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है। मंगल और शनि से बनने वाले षडाष्टक योग से लगभग 60 दिन तक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
तीन राशियों को षडाष्टक योग से परेशानी का सामना
जिन तीन राशियों को षडाष्टक योग से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उसमें कर्क राशि भी शामिल है।
कर्क राशि वालों के लिए भाग दौड़ की स्थिति रहेगी। स्वास्थ्य संबंधित समस्या का सामना करना पड़ सकता है। नौकरी और बिजनेस में भाग दौड़ बनी रहेगी। निवेश करना चाहते हैं तो फिलहाल रुक जाना ही बेहतर होगा। नुकसान होने की संभावना है। कहीं पर राशि अटक सकती है।
मकर राशि वालों के लिए भी यही योग खतरनाक साबित होने वाला है। इस अवधि में किसी को भी धन देने से बचना होगा अन्यथा इसके मिलने की संभावना बेहद कम है। नौकरी वाले जातक को ऑफिस में कामकाज पर विशेष ध्यान देना होगा। टारगेट पूरा करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार में नुकसान लग सकता है।
मीन राशि के लिए भी यह समय उलझन भरा रहेगा। पारिवारिक परेशानी हो सकती है। भाई बहनों के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है। मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। पढ़ाई लिखाई पर ध्यान केंद्रित करें अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है। चोट लगने की आशंका जताई जा रही है।
Note : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। Ghamasan.com इसकी पुष्टि नहीं करते हैं, किसी भी जानकारी के लिए अपने ज्योतिष आचार्य से संपर्क अवश्य करें।