Malavya Rajyog 2025 : 29 जून को शुक्र ग्रह का गोचर वृषभ राशि में होने जा रहा है, जो कि इनकी स्वयं की राशि है। इस गोचर से एक विशेष और अत्यंत शुभ राजयोग मालव्य राजयोग का निर्माण होगा, जो पंचमहापुरुष योगों में से एक माना जाता है। शुक्र ग्रह वर्तमान में मेष राशि में स्थित हैं और आज दोपहर वे अपनी स्वराशि वृषभ में प्रवेश करेंगे।
यह गोचर 25 जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेगा, और इसका प्रभाव 26 जुलाई तक बना रहेगा। इस अवधि में 4 राशियों के लिए यह राजयोग विशेष रूप से शुभ साबित हो सकता है।
आइए जानते हैं किन राशियों को मिलेगा Malavya Rajyog का लाभ…
मेष राशि
शुक्र के गोचर से मेष राशि के जातकों के लिए भाग्य का सितारा चमक सकता है। इस दौरान अप्रत्याशित धन लाभ के योग बनेंगे और आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी। जो लोग नौकरी कर रहे हैं, उन्हें पदोन्नति और वेतन वृद्धि का लाभ मिल सकता है। साथ ही करियर में नए अवसर मिलेंगे और लंबे समय से चली आ रही समस्याओं से राहत मिल सकती है। खास तौर पर फिल्म, कला, संगीत और मीडिया से जुड़े लोगों को इस योग का विशेष लाभ मिल सकता है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में भी जीत के संकेत हैं।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए यह गोचर बहुत अनुकूल है। मालव्य राजयोग से आय में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है और निवेश के लिए यह एक आदर्श समय होगा। रुके हुए कार्य फिर से गति पकड़ सकते हैं। विदेश यात्रा या वहां नौकरी मिलने के योग भी बन सकते हैं। व्यापार करने वालों को मुनाफा मिलेगा और समाज में मान-सम्मान भी बढ़ेगा। वरिष्ठ अधिकारियों से सराहना मिलेगी और पारिवारिक संबंध, विशेषकर पिता से, और भी मजबूत होंगे।
तुला राशि
शुक्र तुला राशि के स्वामी भी हैं, इसलिए इस राशि के जातकों के लिए यह समय विशेष फलदायक रहेगा। जातकों के व्यक्तित्व में निखार आएगा और सामाजिक प्रभाव बढ़ेगा। करियर, व्यवसाय और शिक्षा हर क्षेत्र में सफलता के योग बनेंगे। अविवाहित लोगों को विवाह प्रस्ताव मिल सकते हैं, और विवाहितों का दांपत्य जीवन प्रेमपूर्ण रहेगा। विद्यार्थियों के लिए यह समय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिहाज से बेहतरीन रहेगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए यह गोचर कई शुभ संकेत लेकर आया है। शुक्र की स्थिति से आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेंगे। व्यापार में बनाई गई योजनाएं फलदायी सिद्ध होंगी और पैतृक संपत्ति से लाभ मिलने की संभावना है। इस दौरान वाहन या नया घर खरीदने के योग भी बन सकते हैं। विशेषकर डिजिटल मीडिया, कंटेंट क्रिएशन और राइटिंग से जुड़े जातकों के लिए यह समय कई सुनहरे अवसर लेकर आ सकता है।
कब बनता है मालव्य राजयोग?
मालव्य योग केवल गोचर से ही नहीं, जन्म कुंडली में भी विशेष महत्व रखता है। यदि शुक्र ग्रह किसी जातक की कुंडली में लग्न या चंद्रमा से प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में स्थित हो और वृष, तुला या मीन राशि में हो, तो मालव्य योग का निर्माण होता है। यह योग जातक को विलासिता, ऐश्वर्य, आकर्षक व्यक्तित्व और सफलता प्रदान करता है। हालांकि, यदि शुक्र पर सूर्य या गुरु की दृष्टि हो, तो इसका प्रभाव कुछ हद तक कम हो सकता है क्योंकि ये दोनों ग्रह शुक्र के साथ शत्रुत्व भाव रखते हैं।
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