मेडिकल विंग की 46वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस में मोटिवेशनल स्पीकर BK शिवानी दीदी ने डॉक्टर्स को बताए हैप्पी लाइफ के सीक्रेट

Suruchi
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राजस्थान : हमारे माइंड में सबसे बड़ी हीलिंग पावर है। यदि कोई बीमारी शरीर को हो जाए वह बड़ी बात नहीं है लेकिन जब बीमारी मन को हो जाती है तो वह स्थिति सबसे गंभीर है। अब आपको यह देखना होगा कि आपको अपने मन की देखभाल कैसे करना है। अब तक हम शरीर की देखभाल तो करते आ रहे हैं लेकिन मन की देखभाल नहीं की। इससे बीमारियां कम होने की जगह बढ़ती ही जा रही हैं। जैसे मेडिकल की एक भाषा होती है, वैसे ही स्प्रीचुअल भी एक भाषा है।मेडिकल विंग की 46वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस में मोटिवेशनल स्पीकर BK शिवानी दीदी ने डॉक्टर्स को बताए हैप्पी लाइफ के सीक्रेट

इसमें हर एक शब्द हाई एनर्जी का होता है। जिससे हमारे माइंड को पॉजीटिव एनर्जी मिलती है। जब आप हॉस्पिटल में मरीजों को देखने जाएं तो उन्हें हाई एनर्जी वर्ड ही यूज करें। आप अपने हर पेशेंट की सोच को बदल सकते हैं। जीवन में सबसे जरूरी है कि अपने मन को ठीक रखें। जब हम अपने मन को सदा ठीक रखेंगे तो क्वालिटी ऑफ लाइफ हाई हो जाएगी। उक्त उद्गार अंतरराष्ट्रीय मोटिवेशनल स्पीकर बीके शिवानी दीदी ने देशभर से आए 500 से अधिक डॉक्टर्स को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।

 

ब्रह्माकुमारीज के मनमोहिनीवन परिसर में मेडिकल विंग द्वारा 46वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस आयोजित की जा रही है। सेल्फ केयर एंड सेल्फ कम्पेशन थीम पर आयोजित कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ करते हुए उन्होंने डॉक्टर्स से आह्नान किया कि जीवन में सबकुछ चला जाए लेकिन खुशी नहीं जाए। चाहे हमारे सामने मौत ही क्यों न खड़ी हो। जब आप अपने माइंड की हाई एनर्जी के साथ मरीज का इलाज करेंगे तो वह जल्दी रिकवर होंगे। क्योंकि मरीज पर दवा से ज्यादा डॉक्टर के प्रेममय व्यवहार, केयरिंग और हीलिंग पावर से होता है।

मेडिकल विंग की 46वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस में मोटिवेशनल स्पीकर BK शिवानी दीदी ने डॉक्टर्स को बताए हैप्पी लाइफ के सीक्रेट

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मेडिकल दुआएं कमाने का पेशा-

मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने कहा कि परमपिता परमात्मा रुहानी सर्जन हैं। उनसे संबंध जोड़कर और योग लगाकर हम जीवन की हर समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने कहा कि मेडिकल के पेशे में हम सबसे ज्यादा दुआ कमा सकते हैं। इसलिए इस पेशे में आप सभी की समाज के प्रति ज्यादा जिम्मेदारी बढ़ जाती है। अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका बीके मोहिनी दीदी ने कहा कि डॉक्टर भाई-बहनें परमात्मा के अमूल्य रतन हैं। जब आपका माइंड स्टेबल और पीसफुल रहेगा तो पेशेंट भी जल्दी रिकवर होंगे। महासचिव बीके निर्वैर ने भी शुभकामनाएं दीं।

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इस नॉलेज को अपनी लाइफ में इम्पलीमेंट करें-

कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय ने भी विचार व्यक्त किए। मेडिकल विंग के अध्यक्ष डॉ. अशोक आर मेहता ने कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य बताते हुए कहा कि आप सभी इस पवित्र वातावरण का लाभ उठाएं। यहां दिए जा रहे नॉलेज को अपनी लाइफ में इम्पलीमेंट करें और खुद के साथ अपने पेशेंट को भी इसका लाभ मिले। विंग के उपाध्यक्ष डॉ. प्रताप मिड्ढा ने कहा कि माइंड के लिए सबसे बड़ी मेडिसिन मेडिटेशन है।

स्वागत गीत मधुरवाणी ग्रुप ने पेश किया। स्वागत भाषण मेडिकल विंग के सचिव डॉ. बनारसी लाल ने दिया। संचालन दिल्ली की बीके मोनिका गुप्ता ने किया। मुंबई से आए डॉ. सचिन परब, पटना एम्स की प्लास्टिक सर्जरी की एचओडी डॉ. वीना सिंह, दिल्ली से डॉ. रीना तोमर, धनबाद से असिस्टेंड प्रो. डॉ. सुनील कुमार वर्मा, ग्वालियर से डॉ. अमोल सिंघल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

ब्रह्माकुमारीज के मनमोहिनीवन परिसर में आईटी विंग की ओर से आयोजित इनर टेक्नोलॉजी नेशनल कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ हुआ। इसमें देशभर से 400 से अधिक आईटी प्रोफेशनल्स, एक्सपर्ट और इंजीनियर्स भाग ले रहे हैं। टीसीएस में बिजनेस एंड प्रोडक्ट के हैड मंजूनाथ ने कहा कि राजयोग मेडिटेशन के नियमित अभ्यास से मेरा जीवन पूरी तरह बदल गया। मेरी इनर टेक्नोलॉजी पावरफुल हो गई। मेरा सोचने का नजरिया बदल गया। मेरा मानना है कि यदि हम सभी ने अपनी इनर टेक्नोलॉजी (आंतरिक संरचना) को समझ लिया तो इनर ट्रांसफार्मेशन करना आसान हो जाता है।

आज हम अपनी बॉडी के बारे में तो बहुत जानकारी रखते हैं लेकिन इनर टेक्नोलॉजी के बारे में लापरवाह होते हैं जो जीवन का आधार है। जीवन में यदि खुश रहना हैं, शांति से रहना है तो माइंड को, विचारों को गहराई से समझना जरूरी है। राजयोग से जीवन खुशमय बन जाता है। एलकामीनो टेक्नोलॉजीस की प्रेसीडेंट चेतना मोहन ने कहा कि यहां के पवित्र वातावरण में बहुत ही आनंद की अनुभूति कर रही हूं। आज तनाव भरे जीवन में मेडिटेशन सभी के लिए बहुत जरूरी है। यूथ विंग के मुख्यालय संयोजक बीके आत्म प्रकाश ने कहा कि आज संस्था से जुड़कर हजारों युवा व्यसनमुक्त, तनावमुक्त और पवित्र जीवन जी रहे हैं।

नेशनल को-ऑर्डिनेटर बीके अरुणा लाडवा ने कॉन्फ्रेंस के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। विंग के मुख्यालय संयोजक बीके यशवंत ने विंग की सेवाओं की जानकारी दी। स्वागत गीत अंबरनाथ मुंबई के कलाकारों ने पेेश किया। ब्लूबेरी सेमीकन्डक्ट के डायरेक्टर बीके भारते ने एजेंडा पेश किया। दिल्ली की बीके विधात्री ने संस्थान द्वारा आईटी के क्षेत्र में की जा रही सेवाओं की जानकारी दी।