सावन का महीना सुहागनों और महिलाओं के लिए बेहद खास माना जाता है. इस पवित्र मास की एक अत्यंत शुभ तिथि है – हरियाली तीज, जो इस वर्ष 6 अगस्त 2025 को मनाई जाएगी. इस दिन व्रत और पूजा के साथ दान करना विशेष फलदायी माना गया है. खासकर यदि महिलाएं कुछ विशेष वस्तुएं दान करें, तो मां पार्वती का अखंड आशीर्वाद जीवनभर उनके साथ बना रहता है. आइए जानते हैं हरियाली तीज के दिन किन 4 खास चीजों का दान करना न सिर्फ पुण्यदायी है बल्कि वैवाहिक जीवन में सौभाग्य और प्रेम भी बढ़ाता है.
हरियाली तीज का महत्व:
हरियाली तीज भगवान शिव और मां पार्वती के पुनः मिलन की पावन स्मृति में मनाई जाती है. यह तीज सुहाग की लंबी उम्र, प्रेम और समृद्धि की कामना के लिए की जाती है। यही कारण है कि इस दिन व्रत, श्रृंगार और दान का विशेष महत्व होता है.
हरियाली तीज पर दान की जाने 4 शुभ चीजें:
1. सुहाग की सामग्री (श्रृंगार दान): इसमें कंघी, बिंदी, चूड़ी, सिंदूर, मेहंदी, आलता, काजल जैसी चीजें आती हैं. श्रृंगार सामग्री दान करने से वैवाहिक जीवन में स्थिरता और प्रेम बना रहता है.
2. हरी वस्तुएं या कपड़े: हरे रंग के वस्त्र, चुनरी या साड़ी का दान शुभ माना जाता है. हरा रंग हरियाली और समृद्धि का प्रतीक है। यह मां पार्वती को अत्यंत प्रिय होता है.
3. मिठाई या फलों का दान: विशेषकर घेवर, खीर या मौसमी फलों का दान किया जाता है. इससे घर में सुख-शांति और मिठास बनी रहती है.
4. जल से भरा लोटा या तांबे का पात्र: प्यासे को जल पिलाना सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है. इस दिन जल दान से पितृ दोष शांत होता है और संतान सुख की प्राप्ति होती है.
दान का सही तरीका:
दान देने से पहले उसे साफ कपड़े में बांधें, अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार दान करें. दान हमेशा मुस्कराकर और श्रद्धा के साथ दें, अहंकार से नहीं. वृद्धा, ब्राह्मणी, कन्या या जरूरतमंद महिलाओं को दान देना अत्यंत पुण्यकारी होता है.
क्या कहते हैं पंडित जी?
“हरियाली तीज का व्रत और दान करने से महिला को मां पार्वती की तरह अखंड सौभाग्यवती होने का वरदान प्राप्त होता है. यह व्रत पति-पत्नी के बीच प्रेम और समझ को गहरा करता है.”