नववर्ष के स्वागत को लेकर इंदौर के प्रमुख मंदिरों में विशेष धार्मिक इंतजाम किए जा रहे हैं। श्रद्धालु नए साल की शुरुआत प्रभु के दर्शन और पूजा-अर्चना के साथ करने की तैयारी में जुटे हैं।
नववर्ष के अवसर पर शहर के प्रमुख खजराना गणेश मंदिर में लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इस वर्ष नए साल की शुरुआत गुरुवार से होने के कारण, जिसे भगवान विष्णु का दिन माना जाता है, वैष्णव भक्तों में खास उत्साह देखा जा रहा है।
अन्य प्रमुख मंदिरों में भी नववर्ष की विशेष तैयारियां
शहर के वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग, अन्नपूर्णा देवी मंदिर, बिजासन माता मंदिर, भूतेश्वर महादेव मंदिर और वैष्णोधाम मंदिर समेत अन्य धार्मिक स्थलों में भी नववर्ष के अवसर पर विशेष पूजा, जप और परिक्रमा के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं।
मंदिरों में होंगी विशेष व्यवस्थाएं
खजराना गणेश मंदिर में 31 दिसंबर की रात 11 बजे दर्शन के लिए मंदिर के द्वार बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद नववर्ष के अवसर पर 1 जनवरी को ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4 बजे श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के द्वार खोल दिए जाएंगे, जो देर रात तक खुले रहेंगे। पंडित अशोक भट्ट के मुताबिक 31 दिसंबर को बुधवार होने के चलते बड़ी संख्या में गणेश भक्तों के पहुंचने की संभावना है। बढ़ती भीड़ को देखते हुए दो दिनों के लिए अतिरिक्त रैलिंग की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, 100 रुपये की रसीद पर वीआईपी दर्शन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। नववर्ष की सुबह भगवान गणेश का विशेष अभिषेक एवं अनुष्ठान संपन्न होगा, साथ ही पुष्प सज्जा के बीच भगवान गणेश को परिवार सहित नवीन वस्त्र धारण कराए जाएंगे।
जश्न से ज्यादा आस्था की ओर बढ़ते कदम
समय के साथ नववर्ष मनाने के तौर-तरीकों में बदलाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है। जहां पहले लोग नए साल का जश्न होटल, रेस्टोरेंट और मनोरंजन स्थलों पर मनाते थे, वहीं अब बड़ी संख्या में श्रद्धालु धार्मिक स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं। बुजुर्गों के साथ-साथ युवा भी खजराना गणेश मंदिर, रणजीत हनुमान मंदिर, अन्नपूर्णा देवी मंदिर, बिजासन माता मंदिर, उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में दर्शन-पूजन में जुटे हैं। साथ ही रामायण पाठ, सुंदरकांड और हनुमान चालीसा जैसे धार्मिक आयोजनों में युवाओं की सहभागिता भी लगातार बढ़ रही है।
इन प्रमुख मंदिरों में भी होंगी ख़ास तैयारियां
नववर्ष के अवसर पर शहर के वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग, अन्नपूर्णा देवी मंदिर, बिजासन माता मंदिर, भूतेश्वर महादेव मंदिर और वैष्णोधाम मंदिर समेत अन्य धार्मिक स्थलों में भी विशेष पूजा, जप और परिक्रमा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।









