रियायती दामों पर सुपर कारिडोर पर जमीन लेने वाली आइटी कंपनियों पर इन दिनों सरकार का दबाव बना हुआ है। ऐसे में अब सरकार का दबाव भी काम आ रहा है। दरअसल, मध्य प्रदेश के युवाओं को रोजगार न देने और तय समय में कैंपस का निर्माण न करने पर प्रशासन ने आइटी कंपनी टीसीएस और इंफोसिस को नोटिस थमाया था। इसके बाद अब कंपनी ने भर्तियां निकाली है।
बताया जा रहा है कि युवाओं को रोजगार देने की दृष्टि से कैंपस प्लेसमेंट रखा गया है। ऐसे में 22 अगस्त तक बीई-बीटेक, एमई-एमटेक पास कर चुके विद्यार्थियों से आवेदन मांगे हैं। जानकारी के अनुसार, कंपनी ने पहले 600 लोगों को नौकरी देने वाली थी वहीं कंपनी को 2017-27 के बीच दस हजार नौकरियां देनी हैं। बीते दिनों कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर अफसरों की एक टीम ने कंपनी का निरीक्षण किया। जहां लीज शर्तों का उल्लंघन करना पाया गया। बताया जा रहा है कि भले ही कंपनी ने रोजगार देने का आंकड़ा जरूर बताया है।
लेकिन कंपनी ये बताने में नाकाम रही कि मध्य प्रदेश के कितने युवाओं को नौकरियां दी है। यहां तक 11 एकड़ में सिर्फ मुख्य भवन बनाया है। इसके बाद कलेक्टर ने नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा था। ऐसे में अब इसको देखते हुए कंपनी ने युवाओं को नौकरियां देना तय किया है। इसको लेकर एमपीएसईडीसी के महाप्रबंधक द्वारकेश सराफ ने बताया है कि इंजीनियरिंग विद्यार्थी कैंपस प्लेसमेंट में हिस्सा ले सकते हैं। 22 अगस्त को भर्ती प्रक्रिया रखी गई है।