रेल मंत्रालय ने जनवरी में प्रयागराज में आयोजित होने वाले कुंभ मेले के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस धार्मिक आयोजन के लिए 992 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। उन्होंने इस विषय में सात पोस्ट के माध्यम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, “कुंभ मेला- दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन! भारतीय रेलवे श्रद्धालुओं के लिए रिकॉर्ड संख्या में ट्रेनें, उन्नत ट्रैक और बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए पूरी तरह से तैयार है!”
महत्वपूर्ण तारीखें और ट्रेन सेवाएं
*3/7 कुंभ मेला में ट्रेन संचालन में वृद्धि:*
➡️ *Special ट्रेनों की संख्या:*
🚉 2019 – 695
🚉 2025 – 992➡️ *Regular ट्रेनों की संख्या:*
🚉 2019 – 5000
🚉 2025 – 6580 pic.twitter.com/th9QRO01nR— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) September 29, 2024
रेल मंत्री ने अहम तारीखों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रयागराज क्षेत्र से प्रतिदिन 140 ट्रेनें चलाई जाएंगी। स्पेशल ट्रेनों के लिए 174 रैक की योजना बनाई गई है। मेमू या डेमू ट्रेनों में 16 कोच होते हैं, जबकि लंबी दूरी की ट्रेनों में 20 कोच होते हैं। विशेष ट्रेनों की संख्या 2019 में 695 थी, जो 2025 में बढ़कर 992 होने जा रही है। सामान्य ट्रेनों की संख्या भी 5000 से बढ़कर 6580 होने की उम्मीद है।
बुनियादी सुविधाओं के लिए बड़ा बजट
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कुंभ मेले के लिए बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए 933 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इसके अलावा, प्रयागराज मंडल और आसपास के क्षेत्रों में ट्रेनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का काम 3700 करोड़ रुपये की लागत से तेजी से किया जा रहा है।
मंत्रियों की बैठक और व्यवस्थाएं
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, साथ ही रेल राज्य मंत्रियों रवनीत सिंह बिट्टू और वी सोमन्ना ने 12 जनवरी से शुरू होने वाले कार्यक्रम के दौरान भक्तों की भारी भीड़ को संभालने की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की। अधिकारी ने बताया कि वे उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और उत्तर पूर्व रेलवे के महाप्रबंधकों सहित वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के साथ नियमित वीडियो कॉन्फ्रेंस भी करते हैं।
श्रद्धालुओं की भारी संख्या
इस कुंभ मेले में 30 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। रेलवे मंत्रालय ने प्रयागराज के लिए 992 विशेष ट्रेनों के अलावा विभिन्न शहरों से 6580 नियमित ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। संबंधित रेलवे डिवीजनों के मंडल प्रबंधक भी विकास कार्यों की नियमित अपडेट देने के लिए इन बैठकों में भाग लेते हैं।