भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने निजी कारणो का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। बनवारीलाल पुरोहित ने इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखा,को अपने व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण, मैं पंजाब के राज्यपाल और प्रशासक, केंद्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़ के पद से अपना इस्तीफा देता हूं। कृपया इसे स्वीकार करें और उपकृत करें।
आपको बता दें 83 वर्षीय बनवारी लाल पुरोहित इससे पहले वह तमिलनाडु और असम के गवर्नर भी रह चुके हैं. जबकि अगस्त 2021 में उन्होंने पंजाब के 29वें गवर्नर के रूप में शपथ ली थी. उन्होंने करीब साढ़े तीन साल बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया. बनवारीलाल पुरोहित बीजेपी के तरफ से नागपुर लोकसभा सीट से तीन बार सांसद भी रह चुके हैं.
वहीं पंजाब के सीएम भगवंत मान और राज्यपाल के बीच बहुत मतभेद थे। हाल ही में सीएम मान ने दो दिन पहले ही गवर्नर पर निशाना साधते हुए उनपर तंग करने के आरोप लगाए थे. मान ने कहा था कि प्रदेश में हमारी चुनी हुई सरकार है. हम निर्वाचित तरीके से राज करेंगे या सेलेक्टेड तरीके से शासन करेंगे.
भगवंत मान ने यह भी कहा था कि राज्यपाल बात-बात पर कह देते हैं कि यह गैरकानूनी और वह कानूनी है. बता दें कि राज्यपाल के साथ उनकी तनातनी की वजह कुछ विधेयक भी थे जिन्हें राज्यपाल ने पहले मंजूरी नहीं दी थी जिसके खिलाफ मान सुप्रीम कोर्ट गए थे. इसके बाद फिर राज्यपाल ने विधेयकों को मंजूरी दे दी थी. हालांकि अब राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल वजहें व्यक्तिगत बताई है।