Positive News : बिहार का एक ऐसा गाँव जहाँ आज़ादी के बाद एक भी मामला थाने नहीं पहुंचा, 75 सालों से नहीं हुआ कोई अपराध

mukti_gupta
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सोशल मीडिया या अख़बारों के माध्यम से आपने अभी तक कई खबरें ऐसे पढ़ी होगी जहाँ एक 50 से 100 लोगों का परिवार एक साथ रह रहा है वो भी कई सालों से बिना किसी लड़ाई झगड़ें के बहुत ही प्यार से। लेकिन आज हम आपको ऐसे गाँव के बारें में बताने जा रहे है जहाँ आज़ादी के बाद से कोई ऐसा विवाद नहीं हुआ जिसका मामला पुलिस ठाणे तक पहुंचा हो।

जी हाँ, बिहार के जहानाबाद में एक गांव ऐसा भी है जहां के लोगों ने एक ऐसी मिशाल पेश की है। जिससे देश भर ही नहीं पूरी दुनिया को प्रेरणा लेनी चाहिए। इस गांव में आजादी के बाद से कोई भी मामला थाने तक नहीं पहुंचा। मामला घोसी प्रखंड स्थित धौताल बिगहा गांव का है। आजादी के बाद आपसी विवाद को लेकर ये लोग कभी थाने नहीं गए।

थाने में दर्ज नहीं हुआ एक भी एफआईआर

इतना ही नहीं गांव के किसी भी शख्स ने आपसी लड़ाई को लेकर थाने में एफआईआर तक दर्ज नहीं कराया। गांव के शांतिप्रिय लोगों ने विवाद की सूरत में भी नजीर पेश की, बिना कोर्ट गए ही मामले का निपटारा कर लिया। इस गाँव में करीब 120 घरों में 800 की आबादी वाले इस गांव के लोगों ने प्रेरणादायी मिसाल कायम की है।

घोसी प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूरी पर स्थित यह गांव एकदम अलग और अनूठे प्रकृति का है। गांव के सबसे बुजुर्ग जगदीश यादव, नंदकिशोर प्रसाद, संजय कुमार ने बताया कि यहां लोग एकता के सूत्र में इस तरह बंधे हैं कि पंचायत चुनाव में भी वार्ड और पंच पद पर निर्विरोध निर्वाचन होता है। अगर गांव में किसी बात को लेकर विवाद होता भी है तो उसे आपस में ही बात करके सुलझा लिया जाता है। लेकिन कोई भी विवाद को लेकर थाने तक नहीं पहुंचा।

कैसे इतने सालों में नहीं हुआ एक भी विवाद

ग्रामीण बताते है कि गांव में आज़ाद भारत के बाद गाँव में आज तक कोई ऐसा बड़ा और गंभीर विवाद नहीं हुआ जिसे सुलझाने के लिए थाने या कोर्ट कचहरी जाने की नौबत आए। छोटे-मोटे विवाद को गांव के बड़े बुजुर्ग की पहल कर निपटारा करा दिया जाता है। गांव के कुछ बुजुर्ग लोग आपस में विवाद होने पर तुरंत हस्तक्षेप करते हैं। दोनों पक्षों से बात करके समझा-बुझाकर सुलह करा देते हैं।

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आपको बता दें इस गाँव के मुखिया कहते है कि इस गांव के लोग आपस में एक परिवार की तरह रहते है। इन लोगों के बिच कोई छोटा विवाद भी नहीं हुआ है। साथ ही सभी लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए साथ ही इस गांव के लोगों ने इस मिसाल पेश की है किस तरह बिना किसी विवाद के भी एक साथ रह रहा है।