जबलपुर से पूरे प्रदेश मे चढ़ेगा सियासी पारा, 10 को भाजपा का श्रीगणेश, तो 12 को कांग्रेस का शंखनाद

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विपिन नीमा

इंदौर। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है प्रदेश की राजनीति गरमाती जा रही है । सत्ता हथियाने के लिए भाजपा कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। अगले कुछ दिन प्रदेश की राजनीति का मुख्य केंद्र जबलपुर रहेगा। 12 जून को कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी महाकौशल से विधानसभा चुनाव का शंखनाद करेगी, लेकिन इससे दो दिन पहले 10 जून को मध्य प्रदेश सरकार लाडली बहना योजना को लेकर बड़ा आयोजन कर रही हैं जिसमें महिलाओं के खाते में प्रतिमाह ₹1000 जमा करने का श्री गणेश होगा ।

भाजपा के गेमचेंजर पऱ कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक

लाडली बहना योजना को भाजपा गेमचेंजर के रूप मे देख रही है। वही हिमाचल और कर्नाटक जीत के बाद प्रियंका गाँधी से चुनाव अभियान की शुरुआत करवाकर कांग्रेस मास्टर स्ट्रोक लगाएगी। 12 जून को जबलपुर कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी आमसभा के जरिए प्रदेश स्तरीय चुनाव प्रचार अभियान का बिगुल फूंकेंगी। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान भी 10 जून को जबलपुर में ही लाड़ली बहना योजना के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में लाड़ली बहनों के खाते में हजार-हजार रुपए डालकर चुनावी रण की दुंदुभी फूंकेंगे।

दिग्विजय फुल फॉर्म में

मप्र की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य माने जाने वाले मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री, राज्यसभा के सांसद दिग्विजयसिंह के बारे में जीतना लिखा जाए उतना कम है। वे एक बड़े रणनीतिकार होने के साथ साथ इंटेलिजेंट पॉलीटिकल लीडर भी है। समय समय पर अपने विवादास्पद बयानों के चलते हमेशा सुर्खियों में रहते है। उनके कई बयान ऐसे है जिससे उनका और पार्टी का भी नुकसान हुआ है। राजा साब के नाम से फैमस दिग्विजयसिंह इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरी तरहफुल फॉर्म चल रहे है। पार्टी को सत्ता तक पहुँचाने के लिए वे प्रदेश की उन 60 सीटों पऱ काम कर रहे है, जहां कांग्रेस को लम्बे अरसे से जीत हासिल नहीं हुई है। इस समय वे दौरे पऱ चल रहे है।वे जगह कार्यकर्ताओ को सफलता के 5 सूत्र – सम्पर्क,संवाद, समन्वय, सामंजस्य और सकारात्मक दे रहे है। उनकी पाठशाला से नेता और कार्यकर्त्ता पूरा लाभ ले रहे है।

पहले कमजोर सीटों पऱ फोकस….

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के मुताबिक वैसे एमपी मे कांग्रेस ने सत्ता हासिल करने के लिए 150 सीटों का प्लान तैयार किया है। इस प्लान को मजबूत करने के लिए कांग्रेस जो रणनीति बनाई है उसके मुताबिक कमजोर सीटों को पहले ध्यान में रखा जाए। उसके बाद मजबूत सीटों पऱ फोकस किया जाएगा।
ये है कुछ कमजोर सीटे
– सुसनेर, बदनावर, साँची, भोजपुर, सागर, हरसूद, सोहागपुर, रहली, दतिया, बालाघाट, रीवा, सीधी, नरयावली, धार, इंदौर दो, इंदौर चार, इंदौर पांच, मंदसौर, महू, गुना, सिवनी, आमला, देवास खातेगांव, टिमरनी, सिवनी मालवा, होशंगाबाद, सोहागपुर, पिपरिया, कुरवाई, शमशाबाद, बैरसिया, गोविंदपुरा, बुधनी, और जावद शिवपुरी, देवसर, धौहनी, जयसिंहनगर, जैतपुर, बांधवगढ़, मानपुर, मुड़वारा, जबलपुर केंट, पनागर, सिहोरा, परसवाड़ा, बालाघाट प्रमुख हैं।

150 सीट लाने केलिए वोटर्स के घर घर जाना पड़ेगा

पिछले दिनों राहुल गांधी ने कहा था कि मध्य प्रदेश में 150 सीट जीतकर सरकार बनाएंगे।इसी को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने सभी नेताओ , पदाधिकारीओ तथा कार्यकर्ताओ से कहां है की हमें 150 सीट के साथ सरकार बनानी है। इस बात को ध्यान रखते हुए आप सभी लोगों के घरों तक पहुंचें। कांग्रेस की 15 महीने रही सरकार की जनकल्याण की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाएं। साथ ही उन्हें बताएं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर उन्हें 200 रुपए में 200 यूनिट बिजली दी जाएगी। 500 रुपए में गैस सिलेंडर दिया जाएगा। इतना ही नहीं, लाडली बहना योजना के अंतर्गत 1 हजार की जगह 1500 रुपए दिए जांएगे।