मोरबी हादसे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानि सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। इस दौरान गुजरात मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी सहित कई उच्च लेवल के अधिकारी शामिल हुए थे। इस बैठक में प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मिले इस पर जो दिया गया है। वही पीएम मोदी 1 नवंबर को मोरबी में घटनास्थल का दौरा भी करेंगे।
पीएम मोदी ने यह बैठक राजभवन में की थी। इसमें मोरबी हादसे से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। इस उच्च स्तरीय बैठक में सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी, गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी सहित राज्य के गृह विभाग और गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल थे।
हादसे में इतने लोगों को गई जान
गुजरात में बीते रविवार को मोरबी जिले के माच्छू नदी पर स्थित झूलता पुल गिर गया था। इस हादसे में अब तक 134 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे के बाद सोमवार को पुलिस ने केस दर्ज करते हुए ओरेवा ग्रुप के चार कर्मियों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। ब्रिटिश काल के दौरान बने इस पुल के रखरखाव और संचालन का ठेका ओरेवा समूह को मिला था।
पुलिस का बड़ा एक्शन
राजकोट रेंज के आईजी अशोक यादव ने सोमवार को कहा कि, गिरफ्तार किए गए नौ लोगों में से दो लोग मैनेजर हैं, जबकि पुल के टिकट बुकिंग क्लर्क हैं। उन्होंने अभी तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें ओरेवा समूह की ओर से काम पर रखे गए दो मरम्मत ठेकेदार और पुल पर सुरक्षाकर्मियों के रूप में काम करने वाले तीन लोग शामिल हैं।
मुआवजा देने का किया ऐलान
पुलिस के अनुसार आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या की सजा) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। हादसे में मारे गए और घायल लोगों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से मुआवजे की भी घोषणा की गई है। पीएम मोदी (PM Modi) ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का एलान किया। जबकि राज्य सरकार ने मृतकों के परिवार को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।