इंदौर । निगम कमिशनर प्रतिभा पाल ने एयरपोर्ट के सामने निगम द्वारा मियां बाकी पद्धति से किए गए प्लांटेशन का निरीक्षण किया गया है। कमिशनर पाल द्वारा निरीक्षण के दौरान किए गए प्लांटेशन के समीप शेष रिक्त भाग पर भी मियां बाकी पद्धति से प्लांटेशन लगाने के निर्देश दिए गए है। साथ ही उक्त स्थान के इंट्रेंस मार्ग को ब्लॉक लगाकर तथा सुंदर गेट लगाया जाएगा पास में चेंबर को भी ठीक किया जाएंगा । आसपास की बाउंड्रीवॉल भी बऩाई जाएंगी। इसके साथ ही एयरपोर्ट के सामने रोड किनारे पर किए गए फूलों के सुंदर प्लांटेशन की वर्तमान में लगी बाउंड्री वाल की जाली को बदलकर डेकोरेटिव जाली लगाई जाएंगी ।
पाल के पूछे जाने पर उपायुक्त उद्यान कैलाश जोशी द्वारा जानकारी दी गई कि यहां पर लगभग 35000 स्क्वायर फीट की जमीन पर मियां बाकी पद्धति से प्लांटेशन किया गया है तथा प्लांटेशन के अंतर्गत हरडा, भड़ा, महुआ, करज ,शीशम, बरगद, पीपल, पाखरं, अमलतास, आम, आंवला, जाम ,चंपा ,कचनार बास आदि देसी पौधों का प्लांटेशन किया गया है तथा लगभग 8000 से अधिक पौधे लगाए गए है। निगम द्वारा यहां पर किए गए मियां बाकी पद्धति से प्लांटेशन पर बाहर की कोई खरीदी अथवा संसाधन पर राशि खर्च नहीं की गई है । यहां पर जो पीट है उसमें बनने वाला कल्चर( खाद )से यहां पर पूर्ति हो जाती है । इस पर उपायुक्त जोशी द्वारा जानकारी दी गई कि यहां पर जो खाद तैयार किया जाता है वह पर्याप्त मात्र में होता है तथा उससे यहां पर पूर्ति होती है ।
पाल ने बताया कि सामान्य प्लांटेशन की पद्धति से मियां बाकी पद्धति थोड़ी महंगी होती है किंतु निगम द्वारा यहां पर अपने संसाधन जेसीबी डंपर का उपयोग कर कार्य किया गया तथा जो पौधारोपण किया गया है वह भी निगम की नर्सरी में तैयार किए गए है। लॉकडाउन के दौरान शहर में जो पेड़ पौधों का पत्ते का कचरा निकला था उसे ट्रेचिंग ग्राउंड नहीं भेजते हुए यहीं पर कंपोज पीट मैं खाद बनाया गया है यहां पर जो कंपोज पीट है उसमें इस स्थल के लिए पर्याप्त रूप से खाद तैयार हो जाता है । साथ ही यहां से निकलने वाले कचरे का भी यहीं पर खाद बनाया जा जाकर उपयोग किया जाता है । निगम द्वारा यहां पर रोड किनारे लगे फूलों के सुंदर प्लांटेशन के बाउंड्री वाल को भी सुंदर जाली से फेंसिंग करने के कार्य किया जावेगा।